15 साल में 50 से अधिक चोरी..:दुर्ग में 3 करोड़ की चोरी को दिया था अंजाम, 12 साल जेल में रहा,फिर भी नहीं सुधरा

दुर्ग. दुर्ग पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर को गिरफ्तार करने में सफलता पाई जिसने 14 साल की उम्र से चोरी करना शुरू किया। उसने पिछले 15 साल में 12 साल हवालात की सजा काटी और साथ ही 50 से अधिक चोरी की वारदात को भी अंजाम दिया। इसी चोर ने अकेले बीते 5-6 फरवरी की रात ओल्ड आदर्श नगर दुर्ग स्थित पंकज राठी के घर में तीन करोड़ रुपए से अधिक की चोरी की थी।
एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि दुर्ग पुलिस ने तीन करोड़ से अधिक की चोरी के मामले में अक्षय भौसारे (29 साल) को गिरफ्तार किया है। वह मिनीमाता नगर कलमना नागपुर महाराष्ट्र का रहने वाला है। आरोपी ने बताया कि बचपन में उसके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद वो गलत संगत में पड़ गया। उसने पहली चोरी नागपुर में 14 साल की उम्र में किया। इसके बाद उसका अपराध का दायरा बढ़ता चला गया। इस दौरान वो डकैती और हाफ मर्डर के केस में 12 साल के लिए जेल भी गया। जेल से सजा काटकर वो फरवरी 2022 में छूटा।
नागपुर में उसने 41 चोरी व अन्य अपराध को अंजाम दिया। इससे नागपुर पुलिस की नजर उस पर थी। डर के मारे आरोपी दुर्ग आ गया और पिछले दो साल से यहीं अपनी सास और पत्नी के साथ रह रहा था। इस दौरान मात्र डेढ़ साल में उसने दुर्ग में 10 से अधिक चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। इसमें पंकज राठी सहित तीन से चार अन्य बड़ी चोरी की घटना शामिल हैं।
अकेले देता था चोरी की वारदात को अंजाम
आरोपी अक्षय भौसारे ने बताया कि वो अकेले ही पहले दिन में रेकी करने निकलता था। इसके बाद जिस घर में बाहर से ताला लगा रहता था उसे देखकर फिर से रात में आता था। इसके बाद सब्बल से ताला तोड़कर मकान में घुसता और चोरी की घटना को अंजाम देकर धीरे से निकल जाता था।
शराब पीने जाते समय की पंकज राठी के घर की रेकी
एसपी की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बीते 5 फरवरी को वह शराब पीने के लिए निकला था। इस दौरान वो ओल्ड आदर्श नगर दुर्ग की कॉलोनी के अंदर चला गया। उसने देखा कि पंकज राठी के घर में ताला लगा है और वहां कोई नहीं है। इससे उसने उस मकान को टारगेट कर लिया। इसके बाद देर रात दो से तीन बजे के करीब आया और मकान के अंदर घुसा। अंदर अलमारी खोलते ही उसे खजाना मिल गया। उसने वहां से लगभग 3 किलो सोने और 18 किलो चांदी के आभूषणों व 8 लाख से अधिक कैश को बैग में भरा। इसके बाद उसे भाटापारा ले जाकर अपने रिश्तेदार के घर में छिपा दिया। चोरी के रुपए में से डेढ़ लाख रुपए लेकर गोवा घूमने चला गया।
1000 सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर मिली लीड
इतनी बड़ी चोरी की वारदात को क्रैक करने के लिए दुर्ग पुलिस की साइबर टीम ने 1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। तब जाकर उन्हें 4-5 कैमरों में एक स्कूटी दिखाई दी। फुटेज के आधार पर लोगों से पूछताछ की। उसके घर पहुंचे और उसका मोबाइल नंबर लेकर उसे ट्रैक किया। ट्रैक करते हुए पुलिस की टीम मुंबई से गोवा पहुंची और अंजुना बीच में आरोपी को धर दबोचा।
पॉवर हाउस के सोनार के पास आधे दाम में बेचता था सोना चांदी
आरोपी ने बताया कि उसने दुर्ग में अब तक 10 से अधिक चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। चोरी में मिलने वाले सोना चांदी के आभूषणों को वो पॉवर हाउस की एक ज्वेलर्स की दुकान में बेच देता था। पुलिस जल्द ही उस सोनार को भी गिरफ्तार कर उससे पूछताछ करेगी।
आईजी दुर्ग ने टीम को दिया ईनाम
इतनी बड़ी चोरी को मात्र 5 दिन के अंदर क्रैक कर लेने की सफलता पर आईजी दुर्ग डॉ. आनंद छाबड़ा ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने इस मामले लगी पूरी टीम को 25 हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है। एसपी दुर्ग का कहना है कि वो डीजीपी से भी मांग करेंगे कि इस सराहनीय प्रयास के लिए वो टीम को पुरस्कृत करें।