शरद पूर्णिमा पर मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ में जड़ी-बूटी युक्त खीर प्रसाद का वितरण: 30 हजार श्रद्धालु करेंगे अमृत खीर का सेवन
श्वास, दमा और अस्थमा से पीड़ितों के लिए तैयार की जा रही विशेष खीर; 1997 से जारी परंपरा, रातभर चलेगा भक्ति व लोकसंगीत का कार्यक्रम
राजनांदगांव के मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ बर्फानी आश्रम परिसर में इस वर्ष भी शरद पूर्णिमा का पर्व विशेष आयोजन के साथ मनाया जाएगा। शनिवार, 6 अक्टूबर की रात्रि को श्वास, दमा और अस्थमा से पीड़ितों के लिए जड़ी-बूटी मिश्रित खीर प्रसाद का वितरण किया जाएगा। यह खीर चंद्रकिरणों में रखकर तैयार की जाती है, जिसे अमृत तुल्य औषधीय प्रसाद माना जाता है।
राजनांदगांव। मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ, बर्फानी आश्रम परिसर में 6 अक्टूबर की रात शरद पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर श्वास, दमा और अस्थमा पीड़ितों के लिए जड़ी-बूटी युक्त खीर प्रसाद तैयार किया जा रहा है। आयोजन राष्ट्रीय संत श्री 1011 योगाधिराज ब्रह्मर्षि बर्फानी दादा के आशीर्वाद से होगा।
बर्फानी सेवाश्रम समिति के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा ‘गन्नू’ ने बताया कि यह सेवा परंपरा साल 1997 से लगातार जारी है। इस वर्ष करीब 30 हजार श्रद्धालुओं के लिए खीर प्रसाद तैयार किया जाएगा। आयोजन के पहले 2200 मनोकामना ज्योति कलशों का विसर्जन और विशाल भंडारा किया जाएगा।
चंद्रकिरणों में पकती है औषधीय खीर
संस्था के सदस्यों ने बताया कि शरद पूर्णिमा की रात को दूध और औषधीय जड़ी-बूटियों से बनी खीर को चांदनी में रखा जाता है, जिससे उसमें चंद्र अमृत की औषधीय ऊर्जा समाहित होती है। इसे श्वास, दमा और अस्थमा जैसे रोगों के लिए लाभकारी माना जाता है।
संस्था ने श्रद्धालुओं से पंजीयन कराने का आग्रह किया है, ताकि प्रसाद वितरण सुचारु रूप से हो सके। साथ ही पीड़ितों को सलाह दी गई है कि प्रसाद ग्रहण करने से 6 घंटे पहले और बाद तक नींद न लें, जिससे इसका असर पूर्ण रूप से हो सके।
रातभर गूंजेगा लोकसंगीत
रात्रि 10 बजे से छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक कलामंच ‘स्वरधारा’ सहित कई कलाकार मंच प्रस्तुति देंगे। कलाकार कर्मा, ददरिया, सुवा और जस गीतों के साथ हास्य-व्यंग्य प्रहसन भी पेश करेंगे। लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए विष्णु कश्यप के निर्देशन में यह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
प्रशासनिक सहयोग और अपील
संस्था के अध्यक्ष राजेश मारू, उपाध्यक्ष दीपक जोशी, कोषाध्यक्ष नीलम जैन और महंत गोविंद दास ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे आयोजन में सहयोग करें और अनुशासन बनाए रखें। आयोजन को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और नगर निगम से भी आवश्यक सहयोग मांगा गया है।
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