मकान सौदे में धोखाधड़ी: तीन आरोपी गिरफ्तार, फरार वसीम की तलाश तेज
46 लाख में सौदा कर 20 लाख लेकर मकान बेच दिया दूसरे को, शिकायत के बाद दर्ज हुआ मामला, एक आरोपी पहले ही जा चुकी है जेल
राजनांदगांव ज़िले के अंजोरा में एक प्रॉपर्टी सौदे को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रार्थी से 46 लाख रुपये में मकान का सौदा करने के बाद, आरोपियों ने अधिक पैसों के लालच में वही मकान किसी और को बेच दिया। इस धोखाधड़ी के मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता वसीम खान अभी भी फरार है।
राजनांदगांव। प्रॉपर्टी के एक फर्जीवाड़े में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। यह धोखाधड़ी का मामला ग्राम देवादा निवासी संतोष कुमार देशमुख की शिकायत पर दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी पोषण, सकुन और प्रीति निषाद ने ग्राम अंजोरा स्थित अपने मकान को ₹46 लाख में बेचने का सौदा किया था। उन्होंने प्रार्थी से ₹20 लाख नगद और चेक के माध्यम से लिए, लेकिन मकान की रजिस्ट्री कराने से पहले ही इसे वसीम खान नामक एक अन्य व्यक्ति को ₹46.50 लाख में बेच दिया गया।
मामले की जांच के दौरान पता चला कि आरोपीगणों ने दोबारा इकरारनामा करके 5 लाख रुपये एडवांस भी ले लिया और वसीम खान व उसकी पत्नी हुस्ना बेगम के साथ मिलकर मकान की रजिस्ट्री उनके नाम करवा दी। इस पूरे घटनाक्रम में योजनाबद्ध तरीके से धोखाधड़ी की गई।
पुलिस ने जांच के बाद हुस्ना बेगम को पहले ही 12 जून को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। शेष आरोपीगण – पोषण निषाद, प्रीति निषाद और सकुन निषाद – को 24 जून को पकड़ा गया। पूछताछ में उन्होंने अपराध कबूल किया, साथ ही आरोपी पोषण से ₹2000 और सकुन से ₹3500 की रकम जब्त की गई। बाकी रकम खर्च हो जाने की बात उन्होंने स्वीकार की।
इस मामले में अभी भी आरोपी वसीम खान फरार है, जिसकी सरगर्मी से तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कार्यवाही में चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक खगेन्द्र पठारे व उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।