दिव्यांग बेटे को पेट्रोल डालकर जलाने वाली मां गिरफ्तार
नशे व गाली-गलौज से परेशान होकर मां ने रची थी साजिश, दो दिन पहले खरीदा था पेट्रोल
राजनांदगांव जिले के लालबाग थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक 60 वर्षीय महिला ने अपने ही दिव्यांग बेटे को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। आरोपी मां कई दिनों से बेटे की शराबखोरी और गाली-गलौज से परेशान थी। घटना के महज 24 घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
राजनांदगांव। लालबाग थाना क्षेत्र के अटल आवास कॉलोनी में सोमवार सुबह मानवता को शर्मसार करने वाली वारदात हुई। यहां 60 वर्षीय महिला सुहागा बाई साहू ने अपने ही दिव्यांग पुत्र वीरेंद्र साहू (35 वर्ष) को पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। गंभीर झुलसे वीरेंद्र को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार आरोपी मां सुहागा बाई अपने बेटे की शराबखोरी और आए दिन गाली-गलौज करने की आदत से परेशान थी। इसी तनाव के चलते उसने दो दिन पहले ही बेटे को मारने की योजना बना ली थी। 20 सितंबर को उसने प्लास्टिक की बोतल में पेट्रोल भरकर घर में छुपा दिया था। 22 सितंबर की सुबह बहू बच्चों को स्कूल छोड़ने गई हुई थी, तभी आरोपी ने मौके का फायदा उठाकर बेटे पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और कमरे के बाहर से दरवाजा बंद कर दिया।
आस-पड़ोस के लोगों की चीख-पुकार सुनकर दरवाजा खोला गया और घायल वीरेंद्र को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजेश साहू के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की। 24 घंटे के भीतर आरोपी मां को उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
आरोपी महिला के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 103(1) एवं अन्य प्रावधानों के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा और नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक के निर्देशन में की गई।
पूरे प्रकरण में थाना प्रभारी राजेश साहू सहित उप निरीक्षक ईश्वर यादव, शोभाराम बेरवंशी, आरक्षक राजकुमार बंजारा, कमल किशोर यादव और महिला आरक्षक हिमा चंद्राकर की भूमिका सराहनीय रही।
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