महापौर ने थामा स्वच्छता का मोर्चा, खुद छांटा गीला-सूखा कचरा

डॉ. मुखर्जी वार्ड से वार्डवार स्वच्छता जागरूकता अभियान की हुई शुरुआत | नागरिकों को दो डस्टबिन रखने का दिया संदेश | नगर निगम की टीम के साथ घर-घर पहुंचे महापौर

जगदलपुर के महापौर संजय पाण्डेय ने एक बार फिर अपने जनसेवक स्वरूप का परिचय देते हुए स्वच्छता अभियान की कमान खुद संभाल ली। बुधवार को उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड में घर-घर जाकर न केवल लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया, बल्कि खुद अपने हाथों से गीले और सूखे कचरे को अलग किया। महापौर का यह सेवा भाव जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया।

जगदलपुर। "सेवा ही संकल्प है"—इस भावना को चरितार्थ कर रहे हैं महापौर संजय पाण्डेय, जिन्होंने बुधवार को एक नई मिसाल कायम की। सुबह से ही वे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड की गलियों में नजर आए, जहां उन्होंने खुद अपने हाथों से दुकानों और घरों से निकलने वाले कचरे को छांटकर सूखा और गीला कचरा अलग किया।

महापौर पाण्डेय ने नागरिकों को स्वच्छता का महत्व समझाते हुए कहा कि यह सिर्फ सफाई नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण की आधारशिला है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि घरों में दो डस्टबिन अवश्य रखें—एक गीले और एक सूखे कचरे के लिए।

स्वच्छता अभियान की यह शुरुआत डॉ. मुखर्जी वार्ड से की गई, जिसे आगामी दिनों में अन्य वार्डों तक विस्तारित किया जाएगा। अभियान के दौरान महापौर एक-एक घर में जाकर न केवल संवाद करते रहे, बल्कि जहां कचरा मिला-जुला पाया गया, वहां स्वयं उसे अलग कर सही डस्टबिन में डाला।

महापौर ने बताया कि जिन परिवारों द्वारा कचरे को ठीक ढंग से वर्गीकृत किया जाएगा, उन्हें शासन की ओर से डस्टबिन प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कचरा वाहन नियमित रूप से नहीं पहुंचती है तो पहले वार्ड प्रतिनिधियों को जानकारी दें और आवश्यकता पड़ने पर 1100 नंबर पर शिकायत करें।

इस मौके पर नगर निगम आयुक्त प्रवीण कुमार वर्मा, अध्यक्ष खेमसिंह देवांगन, स्वच्छता एम्बेसडर रामनरेश पांडे सहित पार्षद, निगम अधिकारी व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। महापौर का यह स्वच्छता समर्पण शहरवासियों के बीच प्रेरणा का स्रोत बन रहा है।