टूटी सड़कें और खाट पर जिंदगी: एंबलेुंस पगडंडियों पर अटकी, एक किमी पैदल मरीज को उठाकर लाए 108 सेवा के कर्मचारी
पगडंडियां होने के कारण टीम ने सतपाल को खाट पर लिटाया। फिर परिजनों की मदद से उन्हें एक किमी पैदल लेकर आए। अर्द्ध बेहोशी की अवस्था में एंबुलेंस से सतपाल को ऑक्सीजन सपोर्ट पर सीएचसी कटघोरा लाया गया।

छत्तीसगढ़ में अभी भी टूटे रास्ते लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहे हैं। मरीजों के लिए अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं तो उपलब्ध हो गईं, लेकिन वहां तक पहुंचने का रास्ता मुश्किलों से भरा हुआ है। कोरबा में गुरुवार को एक युवक की तबीयत बिगड़ गई। सूचना मिलने पर 108 एंबुलेंस मौके पर भी पहुंची, लेकिन पगडंडियों भरे रास्ते पर अटक गई। ऐसे में कर्मचारियों ने मरीज को खाट पर लिटाया और परिजनों के साथ एक किमी पैदल लेकर एंबुलेंस तक लाए। फिर अस्पपताल लेकर पहुंचे।
पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत आने वाले ग्राम आमाखोखरा निवासी सतपाल सोनवानी को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। सूचना मिलते ही 108 के पायलट श्रीपाल साहू और ईएमटी आनंद विश्वकर्मा तुरन्त रवाना हुए। गांव तो पहुंच गए, लेकिन घर तक पहुंचने का रास्ता ही नहीं था। पगडंडियां होने के कारण टीम ने सतपाल को खाट पर लिटाया। फिर परिजनों की मदद से उन्हें एक किमी पैदल लेकर आए। अर्द्ध बेहोशी की अवस्था में एंबुलेंस से सतपाल को ऑक्सीजन सपोर्ट पर सीएचसी कटघोरा लाया गया।