फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार:टावर लगाने के नाम पर लोगों से करते थे ठगी, एसपी को कॉल कर दिखाया डेमो

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार:टावर लगाने के नाम पर लोगों से करते थे ठगी, एसपी को कॉल कर दिखाया डेमो

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार:टावर लगाने के नाम पर लोगों से करते थे ठगी, एसपी को कॉल कर दिखाया डेमो

दुर्ग पुलिस ने मोबाइल टावर के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। शातिरों ने दुर्ग एसपी डॉ.अभिषेक पल्लव को फोन लगाकर डेमो दिया कि वो लोगों को किस तरह अपनी बातों में उलझाकर फंसाते थे। आरोपियों ने दुर्ग के पाटन निवासी तेजेंद्र चकधर से टावर लगाने के नाम पर 59,460 रुपए की ठगी की है।

पुलिस के मुताबिक ये लोग पश्चिम बंगाल 24 परगना में बकायदा अपना एक ऑफिस खोला हुआ था। यहीं से लोगों को फोन करके टावर लगाने का झांसा देते थे। इन्होंने तेजेंद्र चकधर को फोन करके उसके खेत में एयरटेल कंपनी का मोबाइल टावर लगाने की बात कही।

टॉवर लगने के बाद कंपनी की ओर से एडवांस में 15 लाख रुपए और हर माह 20 हजार रुपए मंथली किराया मिलने की बात कही गई। जब तेजेंद्र उनके झांसे में आ गया तो उन्होंने उससे डाक्यूमेंट तैयार करने के लिए 60 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद उससे 10,260, 6000, 11,200, 32,000 और लेकर कुल 59,460 रुपए की ठगी की गई। शिकायत के बाद थाना पाटन में केस दर्ज कर जांच की गई। पुलिस ने आरोपियों के पास से 44 मोबाइल, 22 डायरी और बुलेट जब्त किया है।

आरोपियों ने ली ठगी की पूरी ट्रेनिंग
आरोपी मयंक उर्फ बरुण सिंह ने बताया कि वो चंपाारण मोतिहारी बिहार का रहने वाला है। उसने इंटर मीडिएट तक पढ़ाई की है। पहले वो ग्राफिक्स डिजाइनर का काम करता था। शादी के बाद कोलकाता स्थित ग्लोबल एडवर्ड कंपनी में 8 हजार रुपए प्रति माह पर ग्राफिक्स डिजाइनर का काम करने लगा। इसके बाद 2017 तक यह काम किया। इसी दौरान उसकी मुलाकात ऐवर फेस मार्केटिंग प्राइवेट कंपनी के कुछ लोगों से हुई। वो लोग टावर लगाने की आड़ में ठगी का काम करते थे। मयंक भी उनके साथ जुड़कर ठगी की ट्रेनिंग लेने लगा। इसके बाद साल 2018 में खुद का ऑफिस खोल लिया।
ठगी के लिए कॉल सेंटर खोला
साल 2021 में मयंक ने सुभाष नगर में एक कमरा कॉल सेंटर चलाने के लिए 7000 रुपए किराये पर लिया। फिर उसने स्नेह पाल, आसिमा राय, दीपिका महल को नौकरी पर रख लिया। उन्हें ट्रेनिंग भी दी गई कि फोन पर किस तरह लोगों से बात करना है। किस प्रकार उन्हें झांसे में लेना है। उनसे क्या-क्या दस्तावेज मंगाना है। फोन पर लोगों को बताना है कि उनके खेत में एयरटेल कंपनी का मोबाइल टावर लगाने के एवज में कंपनी एडवांस में 15 लाख रुपए और 20 हजार रुपए महीना किराया पेड करेगी। जब आदमी तैयार हो जाए तो उससे डाक्यूमेंट्स तैयार करने और फाइल प्रोसेसिंग के नाम पर 60 रुपए लेना है। कॉल करने वाले लड़कियों को अल्का शर्मा, पूजा शर्मा, अंकिम सिंह जैसे फर्जी नाम रखने की बात कही थी।


गिरफ्तार आरोपी

  1. बरुण सिंह उर्फ मयंक सिंह (39 साल) निवासी बुकानेकला थाना पटाही जिला पूर्वी चंपारण मोतीहारी बिहार
  2. आसिमा राय (30 साल) निवासी दत्तारोड बागपारा अपोलो हास्पिटल के सामने थाना विधान नगर सीसी ब्लाक जिला नार्थ 24 परगना वेस्ट बंगाल
  3. दीपिका मण्डल (26 वर्ष) निवासी दत्ताबाद रोड साल्टलेक कोलकाता
  4. स्नेहा पाल (25 वर्ष) निवासी रामलाल आगरवाला घोषवारा थाना बड़ानगर कोलकाता