फॉर्च्यूनर ने पिकअप को ठोका, फिर ड्राइवर को पीटा....दुर्ग में पुलिस ने कार को जाने दिया, माल वाहक को रोका...लोगों ने घेरा थाना...

भिलाई के वैशाली नगर थाने के सामने एक फॉर्च्यूनर और पिकअप वाहन में टक्कर हो गई। फॉर्च्यूनर चालक ने रॉन्ग साइड में होने के बाद भी पिकअप के ड्राइवर को मार दिया। इससे मामला वैशाली नगर थाने पहुंच गया। वहां पुलिस ने फॉर्च्यूनर को तो जाने दिया, लेकिन पिकअप को खड़ा करा दिया। इसे देख बस्ती के सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए और थाने का घेराव कर दिया।
थाने के ठीक सामने अंबेडकर नगर बस्ती है। वहां से थाने का घेराव करने पहुंची महिलाओं और युवाओं ने वैशाली नगर पुलिस पर गरीबों के ऊपर गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया। यहां की रहने वाले महिला आशा इंदुलकर ने बताया कि एक कार चालक ने पहले तो गलत साइड से आकर डीजे साउंड ले जा रहे पिकअप में टक्कर मार दी, उसके बाद वो पिकअप के चालक पर चिल्लाने लगा और उसे कई झापड़ मारा।
बताया जा रहा है कि कार को एक सरदार चला रहे थे। उन्होंने काफी अधिक मात्रा में शराब पी हुई थी। इसके बाद वो लोग अपने कई लड़कों को बुला लिया। सभी लड़के पिकअप चालक को धमकी दे रहे थे। यह देख पूरी बस्ती के लोग थाने पहुंचे और थाने का घेराव कर दिया।
महिला ने बताया कि पुलिस ने पिकअप गाड़ी को तो थाने के सामने खड़ा करा दिया, लेकिन फॉर्च्यूनर को जाने दिया। लोगों ने देखा कि नशे में होने के बाद भी कार चालक उसके लोग उन्हें देख लेने की धमकी दे रहे हैं तो उसके बाद उन्होंने मामले में आपसी समझौता कर लिया। इस बारे में वैशाली नगर थाना प्रभारी ममता अली शर्मा ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वो सिविल ड्रेस में थाने आई हैं, इसलिए कोई बाइट नहीं दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट के मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है। कार चालक के शराब पिये होने मारपीट और धमकी जैसी किसी भी बात को उन्होंने गलत बताया है।
पिकअप के मालिक रवि कुमार गणवीर ने बताया कि उसका ड्राइवर प्रताप डीजे साउंड पिकअप में लेकर आ रहा था। दूसरी तरफ से रॉन्ग साइड में ब्लैक कलर की फॉर्च्यूनर आ रही थी। उसे एक सरदार जी चला रहे थे। उन्होंने पिकअप को सीधे सीधे टक्कर मार दी। इसके बाद वो गाड़ी से उतरे और प्रताप को कई झापड़ मारा। मामला थाने पहुंचा तो दोनों के बीच यह समझौता हुआ कि ना वो मेरी गाड़ी बनवाएंगे और ना मैं उनकी गाड़ी बनवाऊंगा। विधायक प्रतिनिधि सचिन ताम्रकार भी थाने पहुंचे और उन्होंने समझौता करने की सलाह दी।