बिलासपुर में 100 में 10 लोग पॉजिटिव:एक दिन में मिले 38 नए केस, कोविड हॉस्पिटल में पांच मरीज भर्ती, एक गंभीर एम्स रेफर

बिलासपुर में 100 में 10 लोग पॉजिटिव:एक दिन में मिले 38 नए केस, कोविड हॉस्पिटल में पांच मरीज भर्ती, एक गंभीर एम्स रेफर

बिलासपुर में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। आलम यह है कि यहां 100 लोगों में करीब 10 कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में यह स्थिति बनी है। एक दिन पहले बुधवार को जहां 17 मरीज मिले थे। वहीं, गुरुवार को एक ही दिन में नए 38 नए केस मिले हैं। इसके साथ ही पांच मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और एक गंभीर मरीज को एम्स रेफर किया गया है। इधर, महामारी फैलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का अमला उदासीन और लापरवाह बना हुआ है।

कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता और मनमर्जी का नजारा जिला अस्पताल और सिम्स में देखा जा सकता है। संक्रमण बढ़ने के बाद भी अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ कोरोना गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं और न ही मरीज और उनके परिजनों की जांच की कोई व्यवस्था की गई है। जबकि, अब कोरोना संक्रमितों के हॉस्पिटल में भर्ती होने का दौर भी शुरू हो गया है। हालांकि, ज्यादातर मरीज अभी होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं। तेजी से बढ़ते संक्रमण दर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।

लगातार बढ़ रहा संक्रमण, 150 के करीब पहुंचा आंकड़ा
बिलासपुर में कोरोना का संक्रमण लगातार फैल रहा है। एक सप्ताह पहले तक महज 5 से 7 मरीज पॉजिटिव मिल रहे थे। वहीं, अब एक सप्ताह के भीतर संक्रमितों का आंकड़ा दहाई के अंकों में पहुंच गया है। इसके बाद भी स्वास्थ विभाग के अफसर सिर्फ दिशानिर्देश जारी कर खानापूर्ति कर रहे हैं।

टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर भी नहीं है ध्यान
एक तरफ सीएमएचओ डॉ. अनिल श्रीवास्तव प्रत्येक दिन 2400 लोगों की सेंपलिंग का टारगेट दे रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ मैदानी अमला टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर कोई ध्यान ही न हीं दे रहे हैं। निर्देश के बाद भी रोज महज 500 से कम सेंपल लिए जा रहे हैं। स्थिति यह है कि 100 लोगों की जांच में तकरीबन 10 मरीज पाजिटिव मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि सेंपलिंग बढ़ने पर संक्रमित मरीजों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।

ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं जुटा रही टीम
कोरोना संक्रमण को लेकर इस बार स्वास्थ्य विभाग का अमला भी लापरवाह बना हुआ है। इससे पहले तक कंट्रोल रूम बनाकर मरीजों की जानकारी जुटाई जा रही थी। इसके साथ ही बाहर से आने वाले लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री भी खंगाला जा रहा था। लेकिन, अभी तक न तो ट्रेसिंग पर कोई ध्यान दिया जा रहा है और न ही ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी जुटाई जा रही है।

परिवार के परिवार हो रहे संक्रमित
अब फिर पहले की तरह एक साथ पूरे परिवार के लोग संक्रमित होने लगे हैं। एक संक्रमित मरीज मिलने के बाद उनके परिवार के दूसरे सदस्य भी संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं। ऐसे में परिवार के साथ ही दूसरे लोगों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।

एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशन में कोई जांच नहीं
एक ओर तो स्वास्थ्य विभाग जिलेवासियों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील कर रहा है। लेकिन, नियंत्रण को लेकर अभी तक कोई ठोस उपाय नहीं किए जा रहे हैं। राज्य शासन ने भी एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन में कोरोना जांच शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। लेकिन, जिले में अभी तक स्वास्थ्य विभाग न तो बाहर से आने वाले लोगों की जांच कर रहा है और न ही उनकी जानकारी जुटा रहा है। खास बात यह है कि कोरोना मरीजों की जांच में यह पता चला है कि जितने भी मरीज मिल रहे हैं, उनमें से ज्यादातर की ट्रेवल हिस्ट्री निकल रही है, जो जांच के दायरे में नहीं आने से लोगों को भी संक्रमित कर रहे हैं।

यहां मिले नए मरीज
गुरुवार को 556 लोगों की कोरोना जांच की गई है। उनमें से 38 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें ज्यादातर संक्रमित शहर और आसपास के इलाकों से हैं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र से भी संक्रमित मरीज मिलने लगे हैं। गुरुवार को दयालबंद, महर्षि रोड मंगला, सागर होम्स उसलापुर, वार्ड नंबर तीन बिल्हा, नेहरू नगर, हेमू नगर, विवेकानंद नगर मोपका, राजकिशोर नगर, राजीव विहार, मस्तूरी, चुचुहियापारा, चिंगराजपारा, रतनपुर, मदनपुर, बेलमुंडी, तेलीपारा, नेचर सिटी, देवरीखुर्द, बिल्हा, मंगला, जूना बिलासपुर, सदर बाजार, चिंगराजपारा, बेलगहना कोटा में नए मरीज मिलने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है।