अब एक ट्रैक पर चल सकेंगी एक से ज्यादा ट्रेनें.... SECR का 460KM सेक्शन ऑटो सिग्नल सिस्टम से लैस

अब एक ट्रैक पर चल सकेंगी एक से ज्यादा ट्रेनें.... SECR का 460KM सेक्शन ऑटो सिग्नल सिस्टम से लैस

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) की बिलासपुर, रायपुर और नागपुर सेक्शन की 460 किलोमीटर रेलवे लाइन ऑटोमैटिक सिग्नल सिस्टम से लैस हो चुकी है। यह बड़ी उपलब्धि है। 136 किलोमीटर के सेक्शन में ऑटोमैटिक सिग्नलिंग की कमिशन के साथ ही बिलासपुर जोन देश में पहले स्थान पर है। इससे ट्रेनों को समय पर चलाने में आसानी होगी। इस आधुनिक सिस्टम के लगने के बाद अब ट्रेनें 100-100 मीटर के दायरे में एक के पीछे एक चल सकेंगी। सिस्टम चालू हो चुका है और कई बार ऐसी ट्रेनों को एक के पीछे एक देखकर लोगों में भ्रम की स्थिति​ भी बनने लगी है। ऐसे में कुछ लोग हादसे की आशंका पर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कर देते हैं।

रेलवे का दावा है कि ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम के लागू होने से एक ब्लॉक सेक्शन में एक ही रूट पर एक से ज्यादा ट्रेनें चल सकती हैं। इससे रेल लाइनों पर ट्रेनों की रफ्तार के साथ ही संख्या भी बढ़ गई है। वहीं, कहीं भी खड़ी ट्रेन को निकलने के लिए आगे चल रही ट्रेन के अगले स्टेशन तक पहुंचने का भी इंतजार नहीं करना पड़ता है। स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही ग्रीन सिग्नल मिल जाता है, यानि कि एक ब्लॉक सेक्शन में एक के पीछे दूसरी ट्रेन आसानी से चलती है। इसके साथ ही ट्रेनों के लोकेशन की जानकारी मिलती रहती है।

आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए SECR ने पटरियों के सिग्नल सिस्टम में भी बदलाव किया है। अब ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस सिस्टम में दो स्टेशनों की निश्चित दूरी पर सिग्नल लगाए गए हैं। नई व्यवस्था में स्टेशन यार्ड के एडवांस स्टार्टर सिग्नल से आगे लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर पर सिग्नल लगाए गए हैं। नतीजतन सिग्नल के सहारे ट्रेनें निश्चित दूरी पर एक-दूसरे के पीछे चलती रहती हैं।