रायपुर आर्च डायसिस का स्वर्ण जयंती समारोह:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए, कहा-ईसाई समुदाय ने स्वास्थ्य-शिक्षा को दुर्गम स्थानों तक पहुंचाया

रायपुर आर्च डायसिस का स्वर्ण जयंती समारोह:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए, कहा-ईसाई समुदाय ने स्वास्थ्य-शिक्षा को दुर्गम स्थानों तक पहुंचाया

रायपुर आर्च डायसिस का स्वर्ण जयंती समारोह:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए, कहा-ईसाई समुदाय ने स्वास्थ्य-शिक्षा को दुर्गम स्थानों तक पहुंचाया

रायपुर।  कैथोलिक ईसाइयों की संस्था रायपुर आर्च डायसिस का स्वर्ण जयंती समारोह बुधवार को शुरू हो गया। इसमें भारत में वेटिकन के राजदूत लियोपोलोदो जिरेल्ली और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा, ईसाई समाज द्वारा किए गए शिक्षा, स्वास्थ और मानवता सेवा के कार्य सराहनीय हैं, उनका कोई सानी नहीं है। इस समाज ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा के कार्यों को ऐसे स्थानों तक भी पहुंचाया जहां लोगों का पहुंचना भी कठिन था।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, वैश्विक महामारी कोरोना के समय में भी ईसाई समुदाय तत्परता के साथ मानवता की सेवा की। जब कुष्ठ रोग पीड़ितों को लोग छूने से भी संकोच करते थे तब इस समाज ने कुष्ठ रोगियों के लिए काम किया। कुष्ठ रोग पीड़ितों के इलाज के लिए ईसाई समाज ने अभनपुर, बैतलपुर समेत कई स्थानों पर हाॅस्पिटल व डिस्पेंसरी खोले। मुख्यमंत्री ने कहा, ईसाई समुदाय का छत्तीसगढ़ से पुराना नाता रहा है।

ह समुदाय प्रभु यीशु और संत माता मरियम की दया, करुणा, सेवा, क्षमा, प्रेम, त्याग की शिक्षाओं को आगे बढ़ा रहा है। विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि यह समुदाय करुणा, दया, ममता और उपकार की भावना को लेकर समाज की सेवा कार्य करता रहा है। समारोह की शुरुआत वेटिकन के राजदूत लियोपोलोदो जिरेल्ली और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया।

वेटिकन ने गिनाये शिक्षा क्षेत्र के काम

वेटिकन के राजदूत लियोपोलोदो जिरेल्ली ने रायपुर आर्च डायसिस के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर पोप फ्रांसिस और अपनी ओर से सभी लोगों को बधाई दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ की समृद्ध और गौरवशाली संस्कृति, आदिवासी संस्कृति, लोक संगीत, लोक कला और छत्तीसगढ़ की विशेषताओं का उल्लेख किया। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ क्रिश्चन एजुकेशनल सोसायटी द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में और ईसाई समुदाय द्वारा स्वास्थ और सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि रायपुर आर्च डायसिस की स्थापना 5 जुलाई 1973 को की गई थी।