छत्तीसगढ़ की 3 हस्तियों को पद्मश्री, रामलाल बरेठ, जागेश्वर यादव और हेमचंद मांझी होंगे सम्मानित
छत्तीसगढ़ की 3 विभूतियों को पद्मश्री सम्मान मिलेगा. इसमें रायगढ़ के कथक नर्तक पंडित राम लाल बरेठ, नारायणपुर के वैद्यराज हेमचंद मांझी और जशपुर के जागेश्वर यादव के नाम शामिल हैं.

रायपुर. गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया. इस बार छत्तीसगढ़ की 3 विभूतियों को पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा. रायगढ़ के कथक नर्तक पंडित राम लाल बरेठ को कला के क्षेत्र में पद्मश्री मिलेगा. नारायणपुर के वैद्यराज हेमचंद मांझी को चिकित्सा क्षेत्र में पद्मश्री के सम्मानित किया जाएगा. तो वहीं जशपुर के जागेश्वर यादव को समाज सेवा के क्षेत्र में काम करने के लिए पद्मश्री मिलेगा. बता दें कि छत्तीसगढ़ में अब तक 29 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. 1976 से 2023 तक 26 लोगों को पद्मश्री सम्मान ने नवाजा गया है. पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वाले विभूतियों को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बधाई भी दी है.
जानें कौन होंगे पद्मश्री से सम्मानित
कला के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के पंडित रामलाल बेरठ को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. रायगढ़ जिले के राम लाल कथक नर्तक हैं. इससे पहले उन्हें अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. आदिवासी कल्याण के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता जागेश्वर यादव भी पद्मश्री से सम्मानित होंगे. उन्हें बिरहोर के भाई के नाम से भी जाना जाता है. आदिवासियों के उत्थान के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. औषधि की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए नारायणपुर जिले के हेमराज मांझी को पद्मश्री पुरस्कार मिलेगा. उन्हें वैद्यराज मांझी भी लोग कहते हैं.
पंडवानी गायिका तीजन बाई को मिला है तीनों पद्म सम्मान
पंडवानी गायन के लिए पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखने वाली और छत्तीसगढ़ की गौरव तीजन बाई प्रदेश की एक मात्र ऐसी हस्ती हैं जिन्हें तीनों पद्म सम्मान मिला है. तीजन बाई को गायन (पंडवानी) के क्षेत्र में अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए 1988 में पद्मश्री, 2003 में पद्म भूषण और साल 2019 में पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा जा चुका है.