भिलाई नगर निगम में भाजपा ने किया मटका फोड़ प्रदर्शन:नुक्कड़ नाटक के जरिए बताया निगम में किस तरह हो रहा है भ्रष्टाचार

भाजपा की भिलाई जिला इकाई ने मंगलवार को भिलाई नगर निगम का घेराव किया। प्रदर्शन के दौरान भाजपाइयों और महिलाओं ने निगम के सामने मटका फोड़ कर अपना आक्रोश जताया। वहीं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उन्होंने लोगों को बताया कि निगम में विकास के नाम पर किस तरह से कमीशन खोरी का खेल चल रहा है।
प्रदर्शन के दौरान भाजपा के भिलाई जिला अध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने हम लगातार जनता के बीच जा रहे हैं, उनकी समस्या सुन रहे हैं। कांग्रेस की सरकार भ्रष्ट हो गई है निगम में 18 परसेंट कमीशन खोरी के साथ भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। यह अब बर्दाश्त से बाहर हो गया है। शहर सरकार नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दे नहीं तो आगे और इससे बड़ा उग्र प्रदर्शन होगा। भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों को लेकर 18 बिंदुओं का ज्ञापन निगम कमिश्नर को सौंपा है। निगम कमिश्नर ने आश्वासन तो दिया है लेकिन उनको पूरा करने में वे पूरी तरह से फेल है। उन्होंने कहा की शहर के अलग-अलग वार्डों में विभिन्न प्रकार की समस्याएं व्याप्त हैं। लोगों को छोटी छोटी चीजों के लिए दो चार होना पड़ रहा है। गर्मी में पेयजल का संकट गहरा गया है। शहर की अंदरूनी सड़कों का हाल बुरा है। सफाई व्यवस्था चौपट है। स्ट्रीट पोलों पर लाइट नहीं है, साथ ही सीसीटीवी की भी व्यवस्था नियम द्वारा नहीं की गई इससे सुरक्षा की भी चिंता लोगों को सता रही है। जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है शराब के नाम पर घोटाले किए जा रहे हैं। निगम में भी कमीशन खोरी का खेल चल रहा है। निर्माणाधीन इनडोर स्टेडियम गिर जा रहा है और उसकी जांच रिपोर्ट तक नहीं आई है। निगम आयुक्त लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि पार्षदों की सभी मांगों को पूरा किया जा रहा है। जहां जहां भी समस्याएं हैं उनको दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सभी जगह पानी की व्यवस्था और कमी है। पानी की पर्याप्त सप्लाई की जा रही है। जहां पर भी पानी की कमी है वहां टैंकरों से आपूर्ति की जा रही है। शहर की सड़कों की हालत काफी सुधरी है। कई जगह विकास कार्य चल रहे हैं और कई जगह की सड़क नाली बन चुकी हैं।
पुलिस से हुई जमकर झूमा झटकी
प्रदर्शन के दौरान भाजपाइयों को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा खुद एएसपी संजय ध्रुव ने संभाला। पुलिस ने निगम के मुख्य गेट को बंद कर दिया था। उसके आगे बेरीकेट्स लगाए थे, जिससे प्रदर्शनकारी आगे ना जा सकें। निगम के अंदर घुसने के लिए प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर झूमा झटकी हुई। भाजपाइयों ने बेरीकेट्स को गिराकर निगम के गेट को तोड़ने की कोशिश की। बाद में पुलिस ने कार्रवाई की चेतावनी दी, उसके बाद वो लोग शांत हुए।
इन बिंदुओं पर भाजपा पार्षदों का प्रदर्शन
- टाउनशिप को छोड़ दें तो शहर के अन्य इलाकों खम्हरिया, कोहका, कुरुद, वैशालीनगर, कैंप, छावनी और खुर्सीपार में पेयजल संकट गहरा गया है। टैंकर से इन वार्डों में पेयजल आपूर्ति करें। भविष्य के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करें।
- शहर की सफाई का खर्चा बढ़ गया है लेकिन व्यवस्था नहीं सुधरी है। सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। ठेका एजेंसी की मॉनीटरिंग करनी चाहिए।
- सफाई कार्य में जुटे मजदूरों के साथ शोषण भी हो रहा है। उनका पीएफ , ईएसआईसी नहीं काटा जा रहा है। मजदूरों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
- शहर की अंदरूनी सड़कों का बुरा हाल है। जगह-जगह गड्ढे है, जहां चलना दूभर हो गया है। उन सड़कों का निर्माण किया जाए।
- खुर्सीपार क्षेत्र में पानी के लिए संपवेल की व्यवस्था होनी चाहिए। क्योंकि सप्लाई प्रॉपर नहीं हो रही है।
- खुर्सीपार में बिजली कटौती भारी हो रही है। इसका समाधान निगम प्रशासन को करना चाहिए।
- कैंप में पेयजल संकट है। अमृत मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने के बावजूद पानी घर तक नहीं पहुंचा है। जो संकट है।
- छावनी में कैमिकल युक्त गंदे पानी की आपूर्ति संपवेल से हो रही है। उन संपवेलों को बंद कर पाइप लाइन बिछाई जाए।
- सुपेला रोड की स्ट्रीट लाइट बंद है। जबकि, सौंदर्यीकरण के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इसकी जांच होनी चाहिए।
- शहर में अवैध प्लॉटिंग का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। लोगों की गाढ़ी पूंजी को जमीन माफिया हथिया रहे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। शहर में कितने अवैध प्लॉटिंग एरिया है। इसकी पहचान होनी चाहिए।
- हुडको, वैशालीनगर, शांतिनगर और कैंप-खुर्सीपार में सीवरेज लाइन की बड़ी समस्या है। इसका समाधान आवश्यक है। क्योंकि, सालों पूर्व कॉलोनियों में सीवरेज पर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया।
- श्रमिक बस्ती और आउटर के वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगाने चाहिए। इसके लिए निगम को देरी नहीं करना चाहिए। यह आवश्यक चीज है। इससे अपराध पर अंकुश लगेगा।
- शहर के उद्यानों का बुरा हाल है। मेंटेनेंस नहीं होने की वजह से उजाड़ पड़ा हुआ है। शहर के सभी सेक्टर और वार्डों में उजाड़ पड़े गॉर्डनों का मेंटेनेंस बिना देरी किए शुरू करना चाहिए।
- प्रॉपर्टी टैक्स की जो छूट उद्योगपतियों को दी गई है। वही छूट शहर के गरीब और श्रमिक इलाकों में रहने वाले गरीब जनता को भी देनी चाहिए। इससे भेदभाव साफ झलक रहा है। जो ठीक नहीं है।
- शहर के निर्माण कार्यों में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें है। सेक्टर-7 स्पोर्ट्स कांप्लेक्स मामले में अब तक जांच रिपोर्ट का पता नहीं। संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं हुई है।
- टाउनशिप के सेक्टरों में सफाई बुरा हाल है। डेंगू जैसे संक्रमण का खतरा बढ़ा हुआ है। अगर वहां सफाई नहीं सुधारी गई तो हालात मुश्किल हो जांएगे। बीएसपी की सफाई का जिम्मा निगम खुद अपने ऊपर लें।
- नगर निगम भिलाई की आर्थिक स्थिति खराब है। ऐसे में कर्मियों को समय पर मानदेय नहीं मिल रहा है। इसलिए व्यवस्था दुरूस्त की जाए, जिससे कर्मियों को भुगतान में देरी न हो। क्योंकि, निगम कर्मियों की वजह से ही निगम काम करेगा।
- सड़क, नाली और सफाई व पानी जैसे विषयों पर काम करने के लिए अलग से सेल का गठन हो। अलग से समिति बनाई जाए। इस समिति में भाजपा पार्षदों को भी रखा जाए। जिससे सुचारू रूप से तर्क दिया जा सके।