यूजीसी-नेट..प्रदेश के 11 शहरों में बनाए गए केंद्र.....18 जून को दो पालियों में होगी परीक्षा.....

यूजीसी-नेट..प्रदेश के 11 शहरों में बनाए गए केंद्र.....18 जून को दो पालियों में होगी परीक्षा.....

निवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) की ओर से नेट के लिए एडमिट कार्ड जारी हो गए हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) कि ओर से यह परीक्षा 18 जून ये परीक्षा होगी। छत्तीसगढ़ में परीक्षा के लिए रायपुर भिलाई समेत प्रदेश के 11 शहरों में केंद्र बनाए गए हैं। पहले ये परीक्षा 16 जून को होनी थी लेकिन इसी दिन UPSC की प्रीलिम्स परीक्षा भी होने है, अभ्यर्थियों की मांग को देखते हुए तारीखों में बदलाव किया गया है।  यूजी नेट की परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली में सुबह 9.30 से दोपहर 12.30 तक और दूसरी पाली में दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक होगी। इस बार एग्जाम पैटर्न में बदलाव किया गया है। पहले परीक्षा सीबीटी मोड में होती थी, लेकिन अब पेन- पेपर मोड में होगी। यूजी नेट की परीक्षा की परीक्षा के लिए प्रदेश की राजधानी रायपुर, बिलासपुर, भिलाई-दुर्ग, अंबिकापुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कांकेर, कोरबा, मनेन्द्रगढ़, रायगढ़ और राजनांदगांव में सेंटर बनाया गया है। इसी तरह देश के 360 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे।

यूजीसी-नेट की परीक्षा जूनियर रिसर्च फेलोशिप, सहायक प्रोफेसर की पात्रता के लिए यह परीक्षा होती है। लेकिन इस बार इनके अलावा इसके माध्यम से पीएचडी में प्रवेश भी होंगे। जानकारी के मुताबिक इस बार नेट कुल 83 विषयों के लिए हो रही है। नए नियम के मुताबिक अब जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के साथ या उसके बिना PHd करने के लिए उम्मीदवारों को अपने चार साल के ग्रेजुएशन में कम से कम 75% नंबर लाने होंगे। अभी तक NET के लिए उम्मीदवार को कम से कम 55% मार्क्‍स के साथ मास्टर्स डिग्री की जरूरत होती थी। अब स्‍टूडेंट्स ग्रेजुएशन में भी 75% मार्क्‍स स्‍कोर करके NET और PHd कर सकेंगे। जिन कैंडिडेट्स ने 3 साल का ग्रेजुएशन किया है या ग्रेजुएशन में 75% से कम मार्क्स हैं, वे पहले की तरह 55% स्‍कोर के साथ मास्‍टर्स करके NET-PHd कर सकेंगे।

इस बारे में बात करते हुए यूजीसी चेयरमैन ने कहा - अब चार साल की ग्रेजुएट डिग्री वाले उम्मीदवार सीधे PHd कर सकते हैं और NET दे सकते हैं। इसके अलावा स्‍टूडेंट्स को किसी भी सब्‍जेक्‍ट के लिए NET एग्‍जाम देने की अनुमति होगी चाहे ग्रेजुएशन में किसी दूसरे स्‍ट्रीम की पढ़ाई की हो।' इसका मतलब है कि ग्रेजुएशन में पढ़े सब्‍जेक्‍ट्स में ही NET एग्‍जाम देना जरूरी नहीं होगा। उन्‍होंने आगे कहा कि अब PHd या NET के लिए 4 साल या 8 सेमेस्टर के ग्रेजुएट डिग्री कोर्स में पास होने वाले उम्मीदवारों के पास कुल मिलाकर कम से कम 75% मार्क्‍स या उसके समकक्ष ग्रेड होना चाहिए।

UGC के फैसले के अनुसार SC,ST,OBC (नॉन-क्रीमी लेयर), दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए 5% की छूट दी जा सकती है। हालांकि, इस पर अभी UGC ने फैसला नहीं लिया है। नया नियम कब से लागू होगा इसकी जानकारी UGC के आधिकारिक नोटिस में दी जाएगी। बीते दिनों UGC ने 2024-25 सेशन से PhD एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्‍ट यानी NET स्‍कोर कंपल्सरी कर दिया था। इससे पहले तक PhD कोर्सेज में दाखिले के लिए यूनिवर्सिटीज अलग-अलग एडमिशन टेस्‍ट आयोजित करते हैं। ऐसे में नई व्‍यवस्‍था से अब PhD कैंडिडेट्स को एडमिशन के लिए एक से ज्‍यादा एग्‍जाम्स नहीं देने होंगे।

ये फैसला NEP 2020 के तहत लिया गया है। 13 मार्च को आयोजित UGC की 578वीं बैठक में ये फैसला लिया गया। इसका सुझाव एक एक्‍सपर्ट कमेटी द्वारा दिया गया था। हालांकि, PhD एडमिशन के लिए, मेरिट लिस्‍ट बनाने में UGC NET स्कोर को 70 प्रतिशत और इंटरव्‍यू को 30 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा।