रायपुर में शंकराचार्य ने लगाई नेताओं की क्लास:विधायक जुनेजा के सामने निश्चलानंद बोले- पहले हाथ जोड़कर वोट मांगते हैं फिर अंगूठा दिखाते हैं

निश्चलानंद सरस्वती ने धर्मांतरण जैसे मुद्दे पर चिंता जताते हुए कहा कि सेवा की आड़ में हिंदुओं को धर्म विमुख किए जाने का काम किया जा रहा है । इसके जिम्मेदार वह लोग हैं जिनके हाथों में प्रशासन है चाहे फिर वह कलेक्टर हो मंत्री हो या राज्यपाल, इनका जिम्मा है कि ऐसे कामों पर नियंत्रण रखें।

रायपुर में शंकराचार्य ने लगाई नेताओं की क्लास:विधायक जुनेजा के सामने निश्चलानंद बोले- पहले हाथ जोड़कर वोट मांगते हैं फिर अंगूठा दिखाते हैं

रायपुर। शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती इन दिनों रायपुर में है। आम लोगों से चर्चा के दौरान उन्होंने नेताओं की क्लास लगा दी। निश्चलानंद सरस्वती जब नेताओं के खिलाफ बोल रहे थे तब वहां कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा भी मौजूद थे । शंकराचार्य की बातों को सुनकर जुनेजा भी मुस्कुराते नजर आए।

लोगों ने निश्चलानंद सरस्वती से धर्म और राजनीति से जुड़े सवाल पूछे । इसका जवाब देते हुए शंकराचार्य ने कहा कि आप लोग नेताओं के भरोसे ना रहें, यह विधायक, सांसद, पार्षद जो होते हैं इन पर अपना नियंत्रण रखिए एक समिति बनाइए और इनके कामकाज का समय-समय पर आंकलन करिए । यह अपने क्षेत्र में तो झूठ बोल नहीं पाएंगे। झूठ बोल दिया तो पचा नहीं पाएंगे। इन नेताओं के भरोसे मत रहिए। ये हाथ जोड़कर पहले वोट मांगते हैं फिर अंगूठा दिखा देते हैं। जब शंकराचार्य यह कह रहे थे तो उनके करीब बैठे विधायक कुलदीप जुनेजा सिवाय मुस्कुराने के कुछ ना कर पाए।

निश्चलानंद सरस्वती ने धर्मांतरण जैसे मुद्दे पर चिंता जताते हुए कहा कि सेवा की आड़ में हिंदुओं को धर्म विमुख किए जाने का काम किया जा रहा है । इसके जिम्मेदार वह लोग हैं जिनके हाथों में प्रशासन है चाहे फिर वह कलेक्टर हो मंत्री हो या राज्यपाल, इनका जिम्मा है कि ऐसे कामों पर नियंत्रण रखें।

‘मैं हस्ताक्षर कर देता तो उसी समय मंदिर और मस्जिद बन जाता'

पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा कि अभी पीएम मोदी और सीएम योगी श्रेय ले रहे हैं। यदि नरसिंह राव के कार्यकाल में ‘मैं हस्ताक्षर कर देता तो उसी समय मंदिर और मस्जिद बन जाता’। शंकराचार्य ने रायपुर में 16 जून को होने वाले धर्मसभा में तीन मठों के मठाधीशों के आने पर कहा कि उन्हें मान्यता आप देंगे? कोई भी शंकराचार्य बनकर आ जाएगा तो उसे शंकराचार्य थोड़ी ही मान लेंगे। पूर्व में शंकराचार्य ने अपने जीवन काल में किसी को जीवित समय में शंकराचार्य घोषित नहीं किया, पुराने तो मेरे परिचित थे। नए मेरे परिचित नहीं हैं।

16 जून को रायपुर में होगी धर्म सभा

राजधानी रायपुर में स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज के राष्ट्रोत्कर्ष दिवस 81वां प्राकट्य महोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर चल रही है। समाजसेवी बसंत अग्रवाल ने बताया कि रावाभाठा में शंकाराचार्य के राष्ट्रोत्कर्ष दिवस पर 81वां प्राकट्य महोत्सव मनाया जाएगा। 16 जून को उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना के लिए रुद्राभिषेक एवं कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसमें 11 हजार लोग शामिल होंगे। इसके साथ ही शंकराचार्य आश्रम में धर्म सभा का आयोजन होगा। इसमें 21 हजार लोग शामिल होंगे।