सोशल मीडिया पर हथियारों की नुमाइश पड़ी भारी: दुर्ग पुलिस ने 6 युवकों को किया गिरफ्तार, 3 नाबालिग भी शामिल
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर चाकू-तलवार के साथ फोटो-वीडियो डालना पड़ा महंगा, पुलिस ने की सख्त कार्रवाई, सभी को भेजा गया जेल

दुर्ग जिले में सोशल मीडिया पर हथियार लहराकर दबंगई दिखाने का चलन अब युवाओं को जेल तक पहुँचा रहा है। पुलिस की सख्ती के बाद जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से 6 युवकों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 3 नाबालिग भी शामिल हैं। सभी के खिलाफ आर्म्स एक्ट और प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।
दुर्ग। सोशल मीडिया पर हथियारों की नुमाइश अब सिर्फ 'लाइक' और 'फॉलोअर्स' नहीं, बल्कि जेल की सलाखों तक भी पहुंचा सकती है। दुर्ग पुलिस ने हाल ही में फेसबुक और इंस्टाग्राम पर तलवार, चाकू जैसे धारदार हथियारों के साथ फोटो और वीडियो डालकर धौंस जमाने वाले 6 युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन आरोपी नाबालिग हैं।
एसएसपी के निर्देश पर शुरू हुई निगरानी
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के स्पष्ट निर्देश थे कि सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ दबंगई करने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और उन्हें चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद एएसपी पद्मश्री तंवर के नेतृत्व में ACCU और जिले के सभी थानों की संयुक्त टीम बनाई गई, जिन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहन मॉनिटरिंग शुरू की।
सोशल मीडिया से गिरफ्तारी तक का सफर
टीम को जांच के दौरान 6 ऐसे युवक मिले जिन्होंने हथियारों के साथ फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए थे। पुलिस ने पहले इनकी पहचान और लोकेशन ट्रेस की, फिर छापेमारी कर इन्हें गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की जानकारी इस प्रकार है:
- मोहन नगर थाना क्षेत्र:
लीलाधर उर्फ सोनू साहू (निवासी जयंती नगर, दुर्ग) को चाकू के साथ दबोचा गया। - छावनी थाना क्षेत्र:
देवेन्द्र सोनकर (निवासी टाटा लाइन सूर्या नगर, भिलाई) को गिरफ्तार किया गया। - केनाल रोड, भिलाई:
मोहम्मद चांद को आईटीआई के पास से घेराबंदी कर पकड़ा गया। - जामुल थाना क्षेत्र:
घासीदास नगर निवासी एक नाबालिग को धारदार चाकू के साथ पकड़ा गया। - वैशाली नगर थाना क्षेत्र:
इंस्टाग्राम पर चाकू के साथ तस्वीर पोस्ट करने वाले नाबालिग को गिरफ्तार किया गया। - खुर्सीपार थाना क्षेत्र:
डबरापारा चौक के पास एक नाबालिग को संदिग्ध अवस्था में हथियार के साथ पकड़ा गया।
गिरफ्तारी के बाद सभी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के साथ-साथ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाएगी।