छत्तीसगढ़ में कोरोना केस में आई कमी:संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.35% पहुंची, 88 एक्टिव मरीज

छत्तीसगढ़ में कोरोना केस में आई कमी:संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.35% पहुंची, 88 एक्टिव मरीज

छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। मंगलवार को 4311 सैंपलों की जांच के बावजूद सिर्फ 15 नए संक्रमित मिले हैं। वहीं, 18 मरीज होम आइसोलेशन से बाहर आए हैं। इसके साथ ही एक्टिव केस की संख्या 88 है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.35% है। दरअसल, 16 जनवरी को रायपुर में 3, दुर्ग-कांकेर में 2 मरीज और बिलासपुर, बालोद, बेमेतरा, धमतरी, जांजगीर, कोरिया, सुकमा और बस्तर में 1-1 मरीज की पहचान हुई है। इससे पहले जांच में सोमवार को 10 कोरोना संक्रमित मिले थे। पिछले 9 दिनों की बात करें, तो 8 जनवरी से लेकर 16 जनवरी तक एक्टिव केस 125 से घटकर 88 हो गई है। 9 जनवरी को 115, 10 जनवरी को 111, 11 जनवरी को 112, 12 जनवरी को 108, 13 और 14-15 जनवरी को 91-91 एक्टिव केस थे। 

उप संचालक स्वास्थ्य सेवाएं और मीडिया प्रभारी डॉ. डीडी तुरे ने बताया कि अब तक ओमिक्रॉन और नए वैरिएंट जेएन 1 के जितने भी केस आए हैं, उसमें दो से तीन दिनों में संक्रमित ठीक हो जा रहे है। कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। सावधानी बरतकर आसानी से बचा जा सकता है। एक्सपर्ट यह दावा कर रहे हैं कि कोरोना का नया वैरिएंट काफी कमजोर है। लगातार वायरस कमजोर हो रहा है। इससे ज्यादा खतरा नहीं है। सिर्फ सावधानी रख कर ही इस खतरे से बचा जा सकता है। नए वैरिएंट के केस के मरीज भी डिस्चार्ज हो चुके हैं।

डॉक्टर के अनुसार, कोरोना की दूसरी लहर में वायरस का वैरिएंट सबसे ज्यादा खतरनाक था। जिसमें सबसे ज्यादा मौतें हुई थीं। तीसरी लहर से संक्रमितों की मौतों में कमी आई है। इससे यह दावा किया जा रहा है कि वायरस के आ रहे नए वैरिएंट काफी कमजोर हैं। कोविड की अब तक की रिपोर्ट से पता चला है कि नया वेरिएंट जेएन 1 तीसरी लहर के मुकाबले और कमजोर है। इससे सिर्फ को- मॉर्बलिटी वाले मरीजों को ही खतरा है। तीसरी लहर में भी को-मॉर्बिलिटी के मरीजों की ही ज्यादातर मौत हो रही है। को-मॉर्ब से मतलब है डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हायपरटेंशन, हार्ट, किडनी और फेफड़ों के मरीजों से ही है।