20 की उम्र में रिश्तों की वो भूलें, जो 30 की उम्र में जाकर समझ आती हैं
जल्दबाज़ी में किया प्यार, गैरज़रूरी उम्मीदें और खुद को खो देना — जानिए वो 10 ज़रूरी बातें जो रिश्तों को बेहतर बना सकती हैं

युवावस्था में रिश्तों की शुरुआत अक्सर भावनाओं के तूफान से होती है। कॉलेज की दहलीज़ पर कदम रखते ही प्यार की पहली झलक में हम कमिटमेंट कर बैठते हैं — बिना यह समझे कि एक स्वस्थ रिश्ते के लिए समझ, संवाद और संतुलन की ज़रूरत होती है। उम्र बढ़ने के साथ हमें समझ आता है कि किन छोटी-छोटी गलतियों ने रिश्ते को कमजोर किया। अगर ये समझ हमें 30 की बजाय 20 की उम्र में ही हो जाए, तो भावनात्मक चोटों और पछतावे से बचा जा सकता है।
आज के इस रिलेशनशिप कॉलम में जानते हैं वो 6 बड़ी गलतियां जो जवानी में होती हैं, और वो 10 ज़रूरी बातें जो हर रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए समझनी चाहिए।
???? 20 की उम्र में रिश्तों में होने वाली आम गलतियां:
जल्दबाज़ी में प्यार का फैसला:
बिना गहराई से समझे जल्द रिश्ता जोड़ लेना, जिसे हम "पहली नज़र का प्यार" मान लेते हैं।
उम्मीदों का बोझ:
पार्टनर से हर वक्त साथ, समझदारी और बिना ग़लती की उम्मीद रखना।
खुद को खो देना:
अपनी पसंद-नापसंद, दोस्त और शौक को नज़रअंदाज़ करना, सिर्फ पार्टनर को खुश करने के लिए।
ओवरथिंकिंग और जलन:
आत्मविश्वास की कमी से शक करना और हर बात का ज़्यादा विश्लेषण करना।
बातों को छिपाना:
किसी भी परेशानी या भाव को दबाना, जिससे बाद में रिश्ते में खटास आ जाती है।
‘परफेक्ट’ की तलाश:
फिल्मों जैसे सपनों में जीते हुए एक आदर्श पार्टनर की उम्मीद रखना और छोटी कमियों को बर्दाश्त न करना।
???? वो 10 बातें जो समय के साथ रिश्तों के बारे में सीखते हैं:
- सही इंसान से रिश्ता निभाना आसान लगता है
- सीमाएं तय करना जरूरी है – हर किसी को खुश करना मुमकिन नहीं
- आपका चुनाव आपकी सोच का आईना होता है
- अकेले रहकर खुद को समझना भी जरूरी है
- हर रिश्ता हमेशा के लिए नहीं होता — कुछ सिर्फ सिखाने आते हैं
- भावनाओं को महसूस करना और व्यक्त करना सीखें
- दिल टूटना भी सीखने का मौका देता है
- आपकी दुनिया सिर्फ एक इंसान नहीं — दोस्त और परिवार भी अहम हैं
- गलत समझा जाना बुरा नहीं, ज़रूरी भी है
- प्यार की असली शुरुआत साथ निभाने से होती है, सिर्फ शुरुआत से नहीं