रायपुर में हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधुओं की सूदखोरी का अड्डा ढहा, बुलडोजर चला कर अवैध दफ्तर किया जमींदोज
भाठागांव में नियमों के खिलाफ बना था ऑफिस, पत्नी के नाम से कराया था पंजीकरण; दो महीने से फरार तोमर बंधुओं पर घोषित है इनाम

राजधानी रायपुर में अवैध निर्माण और संगठित अपराध के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधुओं के अवैध दफ्तर को बुलडोजर से ढहा दिया। यह वही ठिकाना था जहां से सूदखोरी और ब्लैकमेलिंग जैसे अपराधों को अंजाम दिया जा रहा था।
रायपुर। राजधानी में अपराध के खिलाफ सख्ती जारी रखते हुए प्रशासन ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। भाठागांव इलाके में स्थित उस कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया, जिसे हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर और वीरेंद्र तोमर द्वारा अवैध रूप से सूदखोरी और ब्लैकमेलिंग के अड्डे के रूप में उपयोग किया जा रहा था।
नगर निगम की टीम ने रविवार सुबह इस अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया। जांच में सामने आया कि उक्त ऑफिस रोहित तोमर ने अपनी पत्नी भावना तोमर के नाम पर पंजीकृत कराया था। यहीं से अनेक लोगों को अवैध रूप से ऊंचे ब्याज दरों पर कर्ज देकर उनसे जबरन वसूली की जाती थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रोहित और वीरेंद्र तोमर पिछले दो महीनों से फरार हैं। रायपुर पुलिस ने दोनों पर इनाम घोषित कर रखा है। यह मामला पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में दर्ज है और पुलिस की टीमें उनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं।
कार्रवाई के बाद प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया पर बयान देते हुए कहा, “कोई अपराधी कानून से ऊपर नहीं है। चाहे वह किसी मंत्री या मुख्यमंत्री के साथ तस्वीर क्यों न खिंचवाता हो। तोमर बंधुओं ने आम लोगों को लूटने और डराने का काम किया है। अब बुलडोजर ही इनका जवाब है।”
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि ऐसे अवैध निर्माण और अपराध के अड्डों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भविष्य में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और इसे कानून के राज की दिशा में ठोस कदम बताया है।