26 अगस्त को धूमधाम से मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानिए पूजा में कौन-कौन सी चीजें करें शामिल?

26 अगस्त को धूमधाम से मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानिए पूजा में कौन-कौन सी चीजें करें शामिल?

मथुरा (ए)। लड्‌डू गोपाल का जन्मदिन आने वाला है. 26 अगस्त 2024 को जन्माष्टमी पूरे देश-विदेश में मनाई जाएगी. घर, मंदिरों में कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. जन्माष्टमी पर बाल गोपाल की झांकी सजाई जाती है।

भजन-कीर्तन, कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं और रात्रि 12 बजे शंखनाद कर लड्‌डू गोपाल का जन्म कराया जाता है. श्रीकृष्ण की पूजा के लिए कई तरह की सामग्री उपयोग में ली जाती है. इनके बिना पूजन अधूरा माना गया है. जानें जन्माष्टमी पर पूजा के लिए सामग्री लिस्ट…

कान्हा जी की मूर्ति,  केले के पत्ते, चावल, पीला कपड़ा, झूला या सिंहासन, कुमकुम, अभ्रक, पंचमेवा, गंगाजल, शहद, शक्कर, सुपारी, पान, सिंदूर, हल्दी, अक्षत, सप्तधान, मोरपंख, गुलाल, सप्तमृत्तिका, इत्र, कलश, बांसुरी, गाय की प्रतिमा, छोटी इलायची, लौंग, धूपबत्ती, कपूर, मोट मुकुट, खीरा, रोली, गोपी चंदन, वैजयंती माला, केसर, नारियल, अभिषेक के लिए तांबे या चांदी का पात्र, पंचामृत, फूल, तुलसी के पत्ते, आभूषण,  दीपक, धूप, फल, पीले वस्त्र. आभूषण, मौली, रुई, तुलसी की माला, अबीर भोग- खड़ा धनिया की पंजीरी, माखन, मिश्री, नैवेद्य या मिठाई

जन्माष्टमी पर कान्हा जी का ऐसे करें श्रृंगार: शास्त्रों में श्रीकृष्ण की बेहद मनमोहक मूरत बताई गई है. कहा जाता है कि श्रीकृष्ण, विष्णु जी के सबसे प्रिय अवतारों में से एक है. बचपन में बाल गोपल में माता यशोदा समस्त सुंदर वस्तु पहनाकर तैयार करती थी। इसमें मोरमुकुट, कमरबंध, चमकीले वस्त्र, कुंडल, हाथ के कड़े, पीला फटका, पाजेब आदि शामिल होते हैं. आप भी जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को ये सभी वस्तु अर्पित करें. मान्यता है इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।