साउथ इंडियन वोटर्स को लुभाने विधायक और पूर्व मंत्री जुटे:देवेंद्र यादव और प्रेम प्रकाश पांडेय समरालू कार्यक्रम में पहुंचकर लोगों से की मुलाकात

छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को अब मात्र 6 महीने ही बचे हैं। ऐसे में दोनों ही पार्टी के नेता वोटर्स को लुभाने में जुट गए हैं। भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय दोनों ही लुंगी पहनकर इस समय आंध्र प्रदेश के अक्कूपल्ली गांव में हैं। भिलाई में दक्षिण भारतीय वोट बैंक को साधने के लिए दोनों ही नेता आंध्र समाज की देवी की पूजा करने के लिए समरालू कार्यक्रम में शामिल हुए।
आपको बता दें भिलाई में जब स्टील प्लांट(बीएसपी) की स्थापना हुई तो आंध्र प्रदेश के पलासा मंडल अंतर्गत सिरसाकुला जिले से बड़ी संख्या में दक्षिण भारतीय लोग आए और यहां नौकरी करने लगे। रिटायर होने के बाद काफी लोग अपने मूल स्थान लौट गए, लेकिन बहुत से लोग यहीं बस गए। सिरसाकुला के अक्कूपल्ली गांव में हर साल समरालू कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यहां देवी मां की बड़े ही धूमधाम से पूजा की जाती है। कार्यक्रम में हर साल बड़ी संख्या में आंध्रावासी जाते हैं।
चुनाव नजदीक होने से आंध्र समाज के वोटर्स को साधने के लिए भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव साउथ इंडियन ड्रेस पहनकर अक्कूपल्ली गांव पहुंच गए। जैसे ही ये बात पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय को पता चली वो भी बाई रोड भाजपा पार्षद विनोद सिंह के साथ वहां पहुंच गए। प्रेम प्रकाश पाण्डेय वहां भाजपा नेता और पूर्व सभापति श्याम सुंदर राव और विनोद सिंह के साथ देवी पूजा में शामिल हुए और आंध्र समाज के लोगों से मिले।
विधायक पार्षद लक्ष्मी पति राजू और डी नागमणि के साथ घूमे
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव एक दिन पहले ही कांग्रेस पार्षद और एमआईसी मेंबर लक्ष्मीपति राजू के साथ अक्कूपल्ली गांव पहुंचे थे। वहां वो राजू और पूर्व एल्डरमैन डी नागमणि के साथ घूमे और देवी पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए। देवेंद्र यादव ने भी इस दौरान आंध्र समाज के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान वे आंध्र प्रदेश के मंत्री डॉ. सीदिरी अप्पलाराजू से भी मिले। देवी पूजा के दौरान देवेंद्र यादव ने भिलाई सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लोगों की खुशहाली की कामना की।
दोनों नेताओं का दावा- पूजा कार्यक्रम में शामिल होने गए
भिलाई नगर विधायक और पूर्व मंत्री दोनों नेताओं का दावा है कि वो किसी राजनीतिक कार्यक्रम से वहां नहीं गए हैं। उनका कहना है कि उन्हें आंध्र समाज के द्वारा समरालू कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। उनके आमंत्रण पर और देवी मां का आशीर्वाद लेने के लिए वहां गए थे। लेकिन जिस तरह से चुनाव से ठीक पहले दोनों नेता वहां पहुंचे और वहां लोगों से मुलाकात की उससे साफ दिखाई दे रहा है कि ये आंध्र प्रदेश के वोटर्स को लुभाने के लिए किया जा रहा है।