मुंबई में भारी बारिश का कहर: रेड अलर्ट जारी, सड़कों पर जलभराव; पश्चिम बंगाल में आकाशीय बिजली से 13 मौतें
पुलिस ने लोगों से घर में रहने की अपील की; बंगाल की खाड़ी और समुद्र तटीय इलाकों में मछुआरों को चेतावनी, हिमाचल में लैंडस्लाइड से 7 की जान गई

देश के कई हिस्सों में मॉनसून ने कहर बरपाया है। मुंबई और आसपास के इलाकों में मूसलाधार बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। जलभराव से जनजीवन प्रभावित हुआ है और पुलिस ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है। उधर, पश्चिम बंगाल में बिजली गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि हिमाचल में भूस्खलन से 7 जानें गईं।
मुंबई। शहर में शुक्रवार सुबह से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। मौसम विभाग ने मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। पुलिस ने एडवाइजरी जारी करते हुए नागरिकों से आवश्यक न हो तो घर से बाहर न निकलने और समुद्र तटीय इलाकों से दूर रहने की अपील की है।
बीते 24 घंटे में मुंबई में 29 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 4 मिमी अधिक है। बोरिवली, अंधेरी और वसई जैसे इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ है। देश के अन्य हिस्सों में भी मौसम का कहर जारी है। पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा और पूर्व बर्धमान जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं, ओडिशा के गंधमर्दन पहाड़ियों में फंसे 17 पर्यटकों को पुलिस ने सुरक्षित रेस्क्यू किया।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सड़क धंसने से एक बस हादसे का शिकार हो गई, जिसमें 7 यात्रियों की मौत हो गई। राज्य में इस सीजन में अब तक 147 लोगों की मौत और 1387 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है।
मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। विभाग ने चेतावनी दी है कि 28 जुलाई तक इन क्षेत्रों में 55 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
जल शक्ति मंत्रालय ने बताया कि देश के 350 बाढ़ पूर्वानुमान केंद्रों पर अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे 24 घंटे पहले सटीक पूर्वानुमान जारी किए जा रहे हैं। यह तकनीक स्मार्ट वाटर रिसोर्सेज मॉडलिंग ऑर्गनाइजेशन-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (SWRMO-CoE) पर आधारित है।