छत्तीसगढ़ में लंपी वायरस की पुष्टि: कबीरधाम में तीन मवेशी संक्रमित मिले; जांच के लिए भेजे गए थे 17 सैंपल

कलेक्टर ने वनविभाग को सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। राज्य में पहली बार इस बीमारी की पुष्टि बेमेतरा जिले में साल 2022 में हुई थी। इसके बाद बस्तर जिले व अब कबीरधाम जिला में पुष्टि हुई है।

छत्तीसगढ़ में लंपी वायरस की पुष्टि: कबीरधाम में तीन मवेशी संक्रमित मिले; जांच के लिए भेजे गए थे 17 सैंपल

छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में लम्पी वायरस की पुष्टि हो गई है। जिले के सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के तीन जानवरों के सैंपल में संक्रामक रोग लम्पी वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पशुधन विकास विभाग ने 17 मवेशियों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। हालांकि प्रशासन का दावा है कि, लोहारा सहित सभी विकासखण्डों में स्थिति नियंत्रण में है। कलेक्टर के निर्देश पर पशुधन विकास विभाग ने मवेशियों में होने वाली संक्रामक बीमारियों के रोकथाम और नियंत्रण के लिए टीकाकरण अभियान जारी है।  

उपसंचालक पशुधन विकास डॉ. एसके मिश्रा ने बताया कि, विभाग ने भारत कृषि अनुसंधान परिषद भोपाल में सैंपल जांच के लिए भेजा था। इनमें से 14 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पिछले एक माह से जिले में मवेशियों में फैल रही संक्रामक बीमारियों के रोकथाम के लिए मिशन मोड पर टीकाकरण अभियान चलाया गया था। इसके परिणाम स्वरूप वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। कलेक्टर महोबे ने कहा है कि जिन गांवों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वहां मवेशियों का स्वास्थ्य परीक्षण और शतप्रतिशत टीकारण कराया जाए। 

1.67 लाख से अधिक मवेशियों को लगा टीका
अब तक 1 लाख 67 हजार 863 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। कलेक्टर ने लम्पी वायरस के प्रभावी रोकथाम के लिए जिले के सभी प्रवेश मुख्यमार्गों में सतत जांच करने के निर्देश दिए हैं। पशुधन विकास उपसंचालक ने वन विभाग से समन्वय की बात कही है। इससे रोकथाम करने में आसानी होगी। कलेक्टर ने वनविभाग को सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। राज्य में पहली बार इस बीमारी की पुष्टि बेमेतरा जिले में साल 2022 में हुई थी। इसके बाद बस्तर जिले व अब कबीरधाम जिला में पुष्टि हुई है।