छेड़खानी में हुई थी पिटाई, दो साल बाद की हत्या:भिलाई में युवक का गला काटकर तड़पने दिया, फिर पेट में चाकू मारकर भाग गया

दुर्ग में एक युवक की हत्या इसलिए कर दी गई, क्योंकि उसने मृतक की बहन से दो साल पहले घर में घुसकर छेड़खानी की थी। जिसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गई थी। तबसे वह बदला लेने की फिराक में था। शनिवार को हत्यारे को मौका मिल गया और रात में छठ मनाकर लौट रहे विजय पासवान की खुर्सीपार में बेरहमी से हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि भूषण ने पहले विजय का गला काटा और उसे तड़पने के लिए छोड़ दिया। इतने में ही उसका मन नहीं भरा, तो बाद में पेट में ताबड़तोड़ चाकू से वार किए और फरार हो गया। मृतक के परिजन फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए खुर्सीपार थाने के सामने धरने पर बैठ गए हैं। खुर्सीपार पुलिस के मुताबिक विजय खुर्सीपार मिनीमाता नगर वार्ड 46 में रहता था। वो अपने बड़े भाई प्रकाश पासवान के साथ ठेका मजदूरी करता था। विजय के तीन भाई और दो बहन हैं। उसके घर के पास ही भूषण साहू रहता है। जो आदतन नशे का आदी है और अपराधी किस्म का है।
प्रकाश पासवान ने बताया कि विजय रविवार शाम पास के तालाब छठ मनाने गया था। वहां से देर शाम घर लौटा। फिर रात करीब 9 बजे ये बोलकर निकला कि वो बाहर से घूमकर आ रहा है। लेकिन कुछ देर बात सूचना मिली कि किसी ने उसकी हत्या कर दी है। घरवाले सूचना पाकर तुंरत घटना स्थल कबीर मंदिर के पास बने जैतखंभ के पास पहुंचे। वहां विजय लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसका गला कटा हुआ था और पेट में चाकू लगा था। परिजनों ने उसे आईएमआई अस्पताल पहुंचाया। वहां से उसे बीएम शाह हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद से खुर्सीपार का माहौल तनावपूर्ण है। खुर्सीपार सहित छावनी और सुपेला थाने की पुलिस वहां तैनात की गई है।
पुरानी रंजिश में की गई हत्या
लोगों के मुताबिक दो साल पहले भूषण नशे की हालत में विजय के घर घुसा था और उसकी बहन से छेड़खानी की थी। उस समय विजय ने उसे काफी मारा-पीटा और थाने में शिकायत की थी। उसके बाद समाज और अन्य लोगों ने मिलकर उनका समझौता कराया। उसके बाद विजय ने एफआईआर वापस ले ली थी। वो मामला तो शांत हो गया, लेकिन उसी समय से भूषण, विजय से दुश्मनी रखने लगा और उसको जान से मारने की बात भी कहता था।
दो दोस्तों के साथ गया था हत्या करने
बताया जा रहा है कि हत्या को अंजाम देते समय भूषण के साथ उसके दो दोस्त भी थे। जैसे ही उसने विजय के गले में कटर चलाया उसके दोस्तों ने भागने में उसकी मदद की। तीनों बाइक से तुरंत वहां फरार हो गए। पुलिस तीनों की तलाश में जुटी है। वार्ड के पूर्व पार्षद जय शंकर चौधरी ने इस हत्या के मामले में पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाया है। चौधरी का कहना है कि थाने से कुछ दूर पर ही ये घटना हुई है। सूचना देने के डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। अगर पुलिस समय पर पहुंचती और खोजबीन करती तो आरोपी तुरंत पकड़ में आ जाते।