झांसी मेडिकल कॉलेज में आग, 10 नवजात जिंदा जले, 39 बच्चों को खिड़की तोड़कर निकाला
शुक्रवार रात 10.30 बजे शिशु वार्ड के SNCU (स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई।

झांसी (ए)। मेडिकल कॉलेज में धमाका सुनाई दिया, इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। SNCU से धुआं उठते देख डॉक्टर बच्चों को बचाने दौड़े, लेकिन आग से SNCU पूरी तरह जल गया। जिन मशीनों का इस्तेमाल नवजात बच्चों को रखने के लिए किया जाता है, वे मलबे में तब्दील हो गईं। एक-एक कर 10 बच्चों के शव निकाले गए। स्टाफ और लोगों ने 39 बच्चों को रेस्क्यू किया।
झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा वार्ड (एसएनसीयू) में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। प्रशासन ने 12 घंटे में रिपोर्ट तलब की है और वहीं राज्य सरकार के साथ पीएम राहत कोष से पीड़ितों के लिए मुआवजे का एलान किया गया है। इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा वार्ड (एसएनसीयू) में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई। जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 55 नवजात भर्ती थे। 45 नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आग बुझाने वाले सिलिंडर एक्सपायर हो चुके थे। ये सिलिंडर से आग काबू पाने में नाकाम साबित हुए।
दस घंटे से अधिक का समय बीतने के बाद भी प्रशासन ने हादसे का शिकार हुए और लापता नवजात शिशुओं की कोई भी सूची जारी नहीं की है। वहीं, मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के बाहर महिला संध्या ने बताया कि उसका 12 दिन का बेटा, बंगरा की कविता का 15 दिन का बेटा, जालौन की संतोषी का एक दिन का बेटा, कबरई महोबा की नीलू का नौ दिन का बेटा, फुलवारा ललितपुर की संजना का 29 दिन का बेटा और राजगढ़ की नैंसी का बेटा नहीं मिल रहा है।