दोस्त से 15 लाख ठगी मामले में भाजयुमो नेता गिरफ्तार:एक साल पहले दर्ज हुआ था केस, अब SSP के निर्देश पर हुई कार्रवाई

दोस्त से 15 लाख ठगी मामले में भाजयुमो नेता गिरफ्तार:एक साल पहले दर्ज हुआ था केस, अब SSP के निर्देश पर हुई कार्रवाई

दुर्ग पुलिस ने छत्तीसगढ़ भाजयुमो प्रदेश कार्य समिति के सदस्य राहुल परिहार को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है। उसने अपने दोस्त दीपक मदान के साथ 15 लाख रुपए की ठगी की है। पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी भी दी। जामुल थाना क्षेत्र की घटना है। दरअसल जामुल इंडस्ट्रियल एरिया में लघु उद्योग चलाने वाले दीपक मदान ने राहुल परिहार के खिलाफ जून 2023 में धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया था।

दुर्ग जिले के नए एसएसपी रामगोपाल गर्ग के निर्देश पर हुई राहुल की गिरफ्तारी।उसने बताया था कि राहुल परिहार सुंदर विहार कॉलोनी कुरुद रोड भिलाई में रहता है।  भाजयुमो नेता राहुल सेकेंड हैंड कार खरीदी बिक्री का काम करता है। राहुल और उसका परिचय बचपन से है। एक साल पहले राहुल अपने कर्मचारी खुर्सीपार निवासी रवि मिश्रा के साथ उसके पास आया। उसने बताया कि ज्यादा पैसे नहीं होने के चलते वो अपने व्यापार को आगे नहीं बढ़ा पा रहा है। उसने कहा कि इस बिजनेस में अच्छी कमाई है। यदि वो इसमें इनवेस्ट करेगा तो उसे भी अधिक फायदा होगा। दीपक राहुल की बातों में आ गया और उसने बिजनेस के लिए 15 लाख रुपए दे दिए। 

जामुल पुलिस भिलाई।

भाजयुमो नेता राहुल परिहार के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई थी। दुर्ग के नए एसएसपी रामगोपाल गर्ग से जब कांग्रेसियों ने मामले की शिकायत की, तब तुरंत एक्शन लेने जामुल टीआई को निर्देश दिए। इसके बाद जामुल पुलिस ने रविवार सुबह राहुल को उसके घर से गिरफ्तार किया है। राहुल का सह आरोपी रवि मिश्रा पहले ही दूसरी प्रकरण में जेल में है। 

दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार लेकर दिए 15 लाख

दीपक ने जामुल पुलिस को बताया कि बीते 30 जून 2023 को उसने 3 लाख रुपये राहुल को दिए। फिर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से लेकर दो और किस्तों में 12 लाख रुपये दिए। इस तरह उसने राहुल को कुल 15 लाख रुपये दे दिए थे।

राहुल ने अपने कर्मचारी रवि मिश्रा के जरिए पांच साल पुरानी एक कार उसके घर के पास लाकर रखवा दिया। बताया कि कार के मालिकों ने उसे गिरवी रखा है। वो लोग दो से तीन महीने में उसे छुड़ाकर ले जाएंगे।

तीन महीने बाद कुछ लोग दीपक के घर आए और कार को अपना बताकर ले जाने लगे। दीपक ने राहुल से संपर्क किया तो उसने कहा कि वो कार दे दे। वो उनसे पैसा दिलवा देगा। यदि उनको कार नहीं मिली तो वो लोग पुलिस के पास चले जाएंगे। इस पर दीपक ने कार उन लोगों को दे दिया।

राजनीतिक पहुंच का हवाला देकर की ठगी

घर से कार ले जाने के बाद दीपक ने राहुल को फोन किया और कहा कि वो उसे उसका पैसा लौटा दे। राहुल गुस्से में गाली-गलौज करने लगा। अपनी राजनीतिक पहुंच का भी हवाला दिया। उसने कहा कि वह उसे जान से मरवा देगा। उसकी पहुंच ऊंची है। पुलिसवाले भी उसे सैल्यूट करते हैं। कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।

सुपेला थाने में भी दर्ज है धोखाधड़ी का केस

राहुल परिहार के खिलाफ धोखाधड़ी का ये पहला मामला नहीं है। सुपेला थाने में भी उसके खिलाफ एक धोखाधड़ी का अपराध दर्ज है। पुलिस का कहना है कि वो मामले की जांच कर रहे हैं।