भिलाई में नशे के सौदागर गिरफ्तार: युवाओं को बर्बादी की ओर ले जा रहा था यह गिरोह
319 प्रतिबंधित नशीली टेबलेट, नकदी और स्कूटी जब्त, महिला समेत चार आरोपी हिरासत में
भिलाई | भिलाई शहर में युवाओं के खून में ज़हर घोलने वाला नशे का काला कारोबार पुलिस की मुस्तैदी से उजागर हो गया है। "एक युद्ध नशे के विरुद्ध" अभियान के तहत दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार को कातुलबोर्ड क्षेत्र में दबिश देकर चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक महिला भी शामिल है। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नशीली टेबलेट, कैप्सूल, नकदी और अन्य सामान बरामद हुआ है।
सूचना के आधार पर पुलिस ने लूक एंड साइन फैमिली सैलून के पास घेराबंदी की। पूछताछ और तलाशी में Spa-Trenkan Plus कैप्सूल के 274 नग, Alprazolam टेबलेट के 45 नग, ₹700 नगद, तीन मोबाइल फोन, और एक स्कूटी (CG 07 BR 6209) जब्त की गई।
नशे की रकम महिला के खाते में ट्रांसफर होती थी
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि गिरोह की महिला सदस्य मनीषा मखीजा के खाते में नशीली दवाओं की बिक्री की रकम ट्रांसफर की जाती थी। अन्य तीन आरोपी — संतोष चंद्राकर, सोमनाथ पांडेय और लिंगराज उर्फ सोनू यादव — मादक पदार्थ को इलाके में फैलाने का काम कर रहे थे।
खुली चुनौती थी समाज के लिए
इस पूरे नेटवर्क की कार्यशैली देखकर यह साफ है कि कैसे ये लोग युवाओं को नशे के जाल में फंसाकर उनका भविष्य बर्बाद कर रहे थे। दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि ये दवाएं खुलेआम बेची जा रही थीं और खरीदने वाले अधिकतर युवा थे।
पुलिस की तत्परता से टूटी नशे की चेन
थाना मोहन नगर की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें उपनिरीक्षक गुरविंदर सिंह संधु, एएसआई प्रमोद सिंह, एसीसीयू एएसआई संतोष कुमार सिंह, और अन्य आरक्षकों की सक्रिय भूमिका रही। आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट की धाराओं 22(ख) व 27(क) के तहत प्रकरण दर्ज कर, उन्हें न्यायालय में पेश किया गया।