महिला ने लंच में खाई मोटी-ताज़ी फिश, 2 घंटे बीतते-बीतते मछली उसे ही 'खा' गई! सदमे में परिवार

महिला ने लंच में खाई मोटी-ताज़ी फिश, 2 घंटे बीतते-बीतते मछली उसे ही 'खा' गई! सदमे में परिवार

महिला ने लंच में खाई मोटी-ताज़ी फिश, 2 घंटे बीतते-बीतते मछली उसे ही 'खा' गई! सदमे में परिवार

 कुछ लोगों को वेजिटेरियन खाना पसंद होता है तो कुछ लोग मांस-मछली खाने के शौकीन होते हैं. इनमें भी उन्हें कुछ खास जानवरों का मीट खाना ज्यादा अच्छा लगता है. ऐसी ही एक महिला ने अपने पति के साथ मिलकर एक मछली खरीदी. इसे पकाकर खाने के बाद उसे नहीं पता था कि ये उसकी ज़िंदगी का आखिरी खाना बन जाएगा.

डेलीस्टार की रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने मलेशिया से एक खास किस्म की मछली खरीदी थी. इसे पफरफिश कहते हैं, जो गोल आकार की मछली होती है. बुजुर्ग जोड़े को मछुआरे पर पूरा भरोसा था और वो खास मलेशियन डेलिकेसी के तौर पर इस मछली को खरीदा और इसे पकाकर खाने का प्लान बनाया. उन्हें नहीं पता था कि पेट में जाने के बाद मछली क्या करामात करने वाली है.

मछली खाने के बाद हुई मौत
बुजुर्ग जोड़े की बेटी ने बताया कि उनके माता-पिता ने एक मछुआरे से ये मछली ली थी, जिससे वे पिछले 4 साल से मछलियां खरीद रहे थे. चूंकि वो पहले भी उन्हें मछलियां दे चुका था, ऐसे में उन्होंने ज्यादा सोचा भी नहीं. मलेशिया में हेल्थ एंड यूनिटी कमेटी के चेयरमैन जोहोर के मुताबिक कपल ने मछली को साफ करके पकाया और खा लिया. हालांकि इसे खाते ही महिला को थरथराहट और सांस लेने में परेशानी होने लगी. एक घंटे बाद उसके पति को भी दिक्कत हुई. उनके बेटे ने जब तक उन्हें अस्पताल पहुंचाया, महिला की मौत हो चुकी थी

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पफर फिश के ज़हर ने ली जान
जिस पफरफिश को ये बुजर्ग जोड़ा घर लाया था, वो ज़हरीली होती है. महिला की मौत की वजह भी फूड पॉइज़निंग थी. पफर फिश ठीक से साफ नहीं हुई थी और उसके ज़हर की वजह से बुजुर्ग महिला के अंगों ने काम करना बंद कर दिया. महिला के पति अब भी कोमा में हैं और उनका इलाज चल रहा है. फूड एंड एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक पफर फिश में कुछ ज़हरीले कैमिकल होते हैं, जो कई बार पकाने या फ्रीज़ करने से भी खत्म नहीं होते. अगर ज़हरीले अंग नहीं निकाले गए, तो पूरा मांस ज़हरीला हो जाता है. ऐसा ही इस केस में हुआ होगा.