12 घंटे में सुलझा दोहरे हत्याकांड का रहस्य, प्रेम प्रसंग बना मां-बेटे की मौत का कारण

अमलेश्वर क्षेत्र के दो अलग-अलग कुओं से मिली महिला और बच्चे की लाश
मृतका का दो साल से आरोपी युवक से था प्रेम संबंध, शादी के दबाव से घबरा कर रची साजिश
आरोपी युवक ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर की निर्मम हत्या
शव को साड़ी और बोरी में बांधकर कुओं में फेंका गया था
पुलिस ने 12 घंटे में दोहरे हत्याकांड का किया पर्दाफाश, दोनों आरोपी गिरफ्तार
दुर्ग जिले के अमलेश्वर क्षेत्र में दिल दहला देने वाली एक दोहरी हत्या का खुलासा पुलिस ने मात्र 12 घंटे के भीतर कर दिया। एक महिला और उसके 8 वर्षीय बेटे की लाश दो अलग-अलग कुओं से बरामद होने के बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और जल्द ही हत्यारों तक पहुंच गई। यह वारदात प्रेम संबंध, धोखा और निर्ममता की एक खौफनाक कहानी बनकर सामने आई।
अमलेश्वर (दुर्ग): दिनांक 22 जून 2025 को अमलेश्वर थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हरिया स्थित दो कुओं में एक महिला और एक बच्चे की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब शवों को बाहर निकाला, तो सामने आया कि दोनों शव प्लास्टिक की बोरियों में बंद थे और साड़ियों से लिपटे हुए थे।
पहली लाश करीब 8-10 साल के एक बालक की थी, जिसे राधेलाल गायकवाड़ की बाड़ी के कुएं से बरामद किया गया। दूसरी लाश भगवान दास महिलांग की बाड़ी के कुएं में मिली, जो एक 30-35 वर्षीय महिला की थी, जिसके हाथ-पैर बंधे हुए थे और पत्थर से बांधकर उसे डुबाया गया था।
प्रारंभिक छानबीन के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छिपाने का अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया।
जांच के दौरान मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने छत्रपाल सिंगौर नामक युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने पहले टालमटोल की, लेकिन बाद में टूट गया और पूरे हत्याकांड की सच्चाई सामने रख दी। आरोपी ने बताया कि उसकी पहचान रायपुर की रहने वाली सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी से इंस्टाग्राम के माध्यम से हुई थी। दोनों के बीच पिछले दो सालों से प्रेम संबंध थे।
सुनीता अपने 8 साल के बेटे के साथ रायपुर में रहती थी और बार-बार छत्रपाल पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। इस बीच छत्रपाल ने किसी और लड़की से शादी कर ली। जब सुनीता अपने बेटे के साथ उसके जीवन में आने का दबाव डालने लगी, तो उसने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया।
छत्रपाल ने अपने चचेरे भाई शुभम सिंगौर को पूरे मामले में शामिल किया। 18 जून को दोनों भाइयों ने रायपुर से सुनीता और उसके बेटे को खम्हरिया बुलाया। वहां खेत में ले जाकर दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शवों को साड़ी और बोरी में लपेटकर पत्थर बांध कर अलग-अलग कुओं में फेंक दिया।
जांच में यह भी सामने आया कि सुनीता और उसके बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट सिविल लाइन थाना रायपुर में पहले ही दर्ज थी। परिजनों ने शव की पहचान सुनीता चतुर्वेदी और उसके बेटे के रूप में की।
पुलिस टीम की तत्परता और सफलता:
इस जघन्य अपराध के खुलासे में थाना प्रभारी पाटन अनिल कुमार साहू, एसीसीयू के निरीक्षक प्रमोद कुमार रूसिया और अमलेश्वर थाना सहित अन्य पुलिसकर्मियों का विशेष योगदान रहा।
गिरफ्तार आरोपी:
1. छत्रपाल सिंगौर (26 वर्ष), पिता - अजेन्द्र सिंगौर
2. शुभम कुमार सिंगौर (22 वर्ष), पिता - विरेन्द्र सिंगौर