5 दिन छत्तीसगढ़ में रहेंगे ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य:बिलासपुर में आज धनतेरस पर पादुका पूजन, भक्तों को देंगे दीक्षा.....

5 दिन छत्तीसगढ़ में रहेंगे ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य:बिलासपुर में आज धनतेरस पर पादुका पूजन, भक्तों को देंगे दीक्षा.....

ज्योतिष पीठाधीश्वर के शंकराराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज शुक्रवार को 5 दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर आ रहे हैं। धनतेरस पर्व पर बिलासपुर में पादुका पूजन के बाद वे शिष्यों को दीक्षा देंगे। 11 नवंबर को वे सलधा जाएंगे। इसके बाद लक्ष्मणेश्वर धाम होते हुए कवर्धा जाएंगे। शंकराचार्य अविश्वमुक्तेश्वरानंद सरस्वती हर साल दीपावली पर्व मनाने के लिए छत्तीसगढ़ आते हैं। इस बार भी 10 नवंबर धनतेरस के दिन उनका आगमन हो रहा है। हरियाणा में चल रहे धर्मप्रचार और परिक्रमा में शामिल होकर शंकराचार्य महराज 10 नवंबर की सुबह 7 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से नियमित विमान से 8.20 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे।

यहां गुरुभक्तों और अनुयायियों की ओर से उनका स्वागत किया जाएगा। इसके बाद शंकराचार्य महराज सड़क मार्ग से सिमगा, नांदघाट होते हुए अपने विशेष कृपापात्र शिष्य हरीश शाह के चिचिरदा रोड स्थित कुंज कुटीर पहुंचेंगे।

पादुका पूजन और धनतेरस पर्व पर करेंगे विशेष अनुष्ठान

यहां हरीश शाह के परिवार की ओर से स्वागत अभिनंदन के साथ ही पादुका पूजन कराया जाएगा। इस दौरान दर्शन दीक्षा और धनतेरस पर्व पर विशेष पूजन और अनुष्ठान किया जाएगा। शंकराचार्य महाराज 11 नवंबर को कुंजकुटीर बिलासपुर से सलधा के लिए प्रस्थान करेंगे। वहीं दोपहर 12 बजे कुंजकुटीर से चकरभाठा, बिल्हा, नांदघाट, सिमगा, बेमेतरा सड़क मार्ग होते हुए सापाद लक्षेश्वर धाम सलधा पहुंचेंगे।

इसके बाद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बेमेतरा सापाद लक्षेश्वर धाम से कवर्धा के लिए प्रस्थान करेंगे। इस दौरान कवर्धा पहुंचकर अपने मीडिया प्रभारी के निज निवास स्वामी अविमुक्त नगर स्थित अशोक वाटिका में उनका आगमन होगा। शंकराचार्य महाराज के विशेष कृपापात्र शिष्य व ज्योतिर्मठ के सीईओ चन्द्रप्रकाश उपाध्याय के निज निवास पहुंचेंगे।

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 13 नवंबर को कवर्धा से सड़क मार्ग होते हुए बेमेतरा, सिमगा, सिलतरा, रायपुर होते हुए शंकराचार्य आश्रम बोरियाकला पहुंचेंगे। यहां ब्रह्मचारी डॉ इंदुभवानंद की ओर से दिव्य दर्शन कर शंकराचार्य महाराज द्वारा राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी माता का विशेष पूजन किया जाएगा। फिर 14 नवंबर को नियमित विमान से वे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।