बिस्तर लेकर बिजली दफ्तर में प्रदर्शन:कटौती और लो-वोल्टेज के विरोध में JCCJ ने डाला कार्यालय में डेरा, कहा- यहीं सोएंगे

राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में अघोषित बिजली कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या के विरोध में जेसीसीजे कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अनोखा विरोध-प्रदर्शन किया। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी (JCCJ) के कार्यकर्ता बिजली कटौती का विरोध करने बोरिया-बिस्तर लेकर ईई दफ्तर पहुंच गए।
जेसीसीजे कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए ईई दफ्तर परिसर में ही अपना बिस्तर लगा दिया है। उन्होंने अधिकारियों से वहां सोने के लिए जगह मांगी और धूप में ही बैठ गए। इसके बाद बिजली कंपनी के एक ईई (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर), 2 असिस्टेंट इंजीनियर और एक जूनियर इंजीनियर मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की।
JCCJ के प्रदेश महासचिव और प्रदेश कोर कमेटी सदस्य नवीन अग्रवाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कार्यपालन अभियंता (ईई) दफ्तर का घेराव कर विरोध-प्रदर्शन किया। नवीन अग्रवाल ने कहा कि किसी भी समय बिजली बंद करने से कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। वहीं भीषण गर्मी में लाइट चली जाने से लोग हलाकान हो रहे हैं। बिजली से चलने वाली सभी संस्थाएं भी प्रभावित हैं।
JCCJ नेता नवीन अग्रवाल ने कहा कि गर्मी में खेतों में फसल की सिंचाई के लिए किसान मोटर पंप पर निर्भर हैं, लेकिन अंचल में अघोषित कटौती की वजह से ट्यूबवेल भी नहीं चल पा रहे हैं। यदि बिजली कटौती की समस्या ऐसी ही चलती रही, तो हमें उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। सप्ताह भर के भीतर अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो सड़क पर बैठकर विद्युत कंपनी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इलाके में बहुत से ऐसे लोग लघु उद्योग हैं, जो बिजली से संचालित होती हैं, लेकिन बिजली कटौती के कारण उनका व्यवसाय भी लगभग ठप पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी बिजली विभाग इस पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सरकार की बिजली बिल हाफ योजना को बिजली साफ योजना साबित करने में लगे हुए हैं। इधर स्थायी और अस्थायी कनेक्शन के लिए किसानों को भी परेशान होना पड़ रहा है।