इंदौर से सबक लेकर भिलाई को बनाना है स्वच्छता में नंबर वन : आयुक्त पांडेय
संपत्तिकर सख्ती, प्लास्टिक पर रोक और वृक्षारोपण के साथ आय वृद्धि पर रहेगा फोकस

भिलाईनगर। स्वच्छता रैंकिंग में भिलाई को शीर्ष पर लाने नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा सोमवार को एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए आयुक्त राजीव कुमार पांडेय ने कहा कि "इंदौर की सफलता उसके ईमानदार प्रयासों, ठोस प्लानिंग और दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है।" उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि भिलाई को भी उसी दिशा में आगे ले जाने के लिए सुनियोजित रणनीति बनानी होगी।
आयुक्त ने कहा कि शहर में सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना प्राथमिकता में है, ताकि गंदे पानी का वैज्ञानिक उपचार किया जा सके। साथ ही, स्कूलों और कालोनियों में स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता अभियान चलाने, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को और अधिक हाइटेक एवं समयबद्ध बनाने पर ज़ोर दिया गया। उन्होंने कहा कि घरेलू कपड़े के थैलों का उपयोग बढ़ाकर प्लास्टिक मुक्त भिलाई का सपना साकार किया जा सकता है।
पुराने कचरा वाहन हटाकर नई गाड़ियों की खरीदी, 100 प्रतिशत कर वसूली, गलत स्व-विवरणी पर दंडात्मक कार्यवाही और हेल्पलाइन नंबर जारी करने जैसे कई निर्णय लिए गए हैं। लंबे समय से निर्माण नहीं करने वालों की लीज निरस्त कर जरूरतमंदों को भूखंड दिए जाएंगे, जिसके लिए 31 मार्च 2026 की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
भविष्य में रिक्त शासकीय स्थलों पर भवन या दुकान बनाकर उन्हें किराए पर देकर आयवृद्धि की योजना भी बताई गई। म्युनिसिपल बॉन्ड को लागू करना अनिवार्य होगा। साथ ही, अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण और अनुभवी जनप्रतिनिधियों से परामर्श लेने की नीति अपनाई जाएगी।
बैठक में यह भी तय किया गया कि ग्राम सेमरिया में 25 एकड़ भूमि पर नगर वन योजना के तहत वृहद वृक्षारोपण किया जाएगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भविष्य में निगम को आय का एक नया स्रोत मिलेगा।
आयुक्त पांडेय ने अंत में सभी अधिकारियों को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने, व्यवहार में परिवर्तन लाने, और प्लास्टिक की जगह थैले का उपयोग करने जैसी आदतों को अपनाने की अपील की।