भिलाई की एक सड़क अब भसीन मार्ग:मुख्यमंत्री श्रद्धांजलि देने दिवंगत विद्या रतन के घर पहुंचे, बोगदा पुलिया रोड को दिया उनका नाम

भिलाई की एक सड़क अब भसीन मार्ग:मुख्यमंत्री श्रद्धांजलि देने दिवंगत विद्या रतन के घर पहुंचे, बोगदा पुलिया रोड को दिया उनका नाम

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वैशाली नगर विद्यारतन भसीन को श्रद्धांजलि देने उनके घर वैशाली नगर पहुंचे। इस दौरान परिजनों ने कहा कि वो चाहते हैं कि विद्यारतन भसीन का नाम अमर रहे। इसलिए रायपुर नाका से बोगदा पुलिया तक की सड़क को उनके नाम पर कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने उनकी मांग को मानते हुए सड़क का नाम दाऊ विद्या रतन भसीन मार्ग करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को दुर्ग प्रवास के दौरे पर थे। बेमेतरा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वो दुर्ग के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उसके बाद वो शाम 5.30 बजे के करीब वैशाली नगर स्व. विद्यारतन भसीन के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भसीन के तैलचित्र में फूल माला अर्पित करके उन्हें श्रृद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने शोकाकुल परिवार से मुलाकात की। उनकी पत्नी और बेटियों से बात की। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रायपुर नाका से बोगदा पुलिया तक बना बाईपास मार्ग दाउ विद्यारतन भसीन के नाम पर किया जाता है। उनके परिवार के कहने पर उन्होंने ये घोषणा की है। इससे विद्यारतन भसीन का नाम भी अमर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यारतन भसीन भले ही दूसरे दल के विधायक और नेता रहे हों, लेकिन उनके सबंध सभी दल से एक जैसे रहे हैं। यही कारण है कि उनके जाने के गम सभी को है। छत्तीसगढ़ ने एक बड़ा नेता खोया है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है।

विधानसभा के हर सत्र में पूछते थे सवाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यारतन भसीन भाजपा पार्टी से थे, लेकिन वो सभी लोगों को अपना मानकर चलते थे। विधानसभा सत्र की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हर सत्र में विद्यारतन भसीन के सवाल जरूर होते थे। उनके सवाल हमेशा सभी दल, समाज और वर्ग के हित के लिए होते थे।

रायपुर नाका से बोगदा पुलिया मार्ग है भसीन की देन
दुर्ग से रायपुर के बीच नेशनल हाइवे में गाड़ियों का अधिक दबाव होने से वैशाली नगर विधायक रहते हुए विद्यारतन भसीन ने साल 2018 में रायपुरनाके से बोगदा पुलिया तक एक बाईपास मार्ग का प्रस्ताव तैयार कराया था। भाजपा शासन होने से उन्होंने वो प्रस्ताव रमन सरकार के सामने रखकर पास कराया। इसके बाद लगभग 49 करोड़ की लागत से ये मार्ग तैयार हुआ था। यही कारण है कि यह मार्ग मुख्यमंत्री ने उनके नाम पर करने की घोषणा की है।