छठ पूजा की तैयारी पूरी, सज गए तालाब:आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी व्रतधारी महिलाएं

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में छठ पर्व की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। इसका विशेष महत्व भिलाई शहर में देखने को मिलता है। छठ पूजा को देखते हुए भिलाई नगर निगम ने यहां के सभी तालाबों की साफ सफाई के साथ ही लाइटिंग की व्यवस्था भी कर दी है। लोगों ने तालाब के घाट में वैदी भी तैयार कर ली है। व्रतधारी महिलाएं आज रविवार शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगीं।
छठ व्रत धारी राजेश्वरी सिंह ने बताया कि छठ माई की पूजा हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होती है। इससे इससे दो दिन पहले चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय के साथ छठ पूजा की शुरुआत हो जाती है। उनके साहित सभी व्रतधारी महिलाओं ने पूजा की शुरूआत कर दी है। छठ का पहला अर्घ्य षष्ठी तिथि को दिया जाता है। यह अर्घ्य अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाता है। अर्घ्य देने के लिए जल में दूध डालकर तालाब के पानी में जाकर सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है, आयु लम्बी होती है और आर्थिक लाभ भी होता है।
नई वेदी बनाने का कार्य पूरा अब होगी पूजा
सूर्य की आराधाना के महापर्व भाईदूज बीतने के बाद से ही शहर के तालाबों में छठ को लेकर चहल-पहल शुरू हो गई है। छठ पूजा करने वाले लोगों के घर से आगकर उनके परिजन तालाब के किनारे अपनी वेदियां बनाने के साथ ही उसमें रंग रोगन करने में जुटे हैं। जिससे छठ के दिन तालाब किनारे बैठने के लिए जगह सुरक्षित हो सके।
निगम प्रशासन लगा है व्यवस्था में
भिलाई नगर निगम के कमिश्नर रोहित व्यास ने सभी जोन कमिश्नरों को छठ तालाबों की साफ सफाई और अन्य व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उसके बाद से सभी जोन आयुक्त ने सफाई कर्मियों को वहां लगा दिया है। सेक्टर 2 के तालाब में सफाई के बाद अब साफ पानी भी भरा जा रहा है। मिनी इंडिया भिलाई में छठ पर्व सबसे ज्यादा उत्साह के साथ मनाया जाता है। शहर के 12 से ज्यादा तालाबों में छठ पर्व की धूम रहेगी। यहां यूपी और बिहार के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के लोग भी मिलकर छठ मनाएंगे।