उर्वरक विक्रेताओं पर सख्ती: 20 प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण, 4 पर जब्ती, 9 को नोटिस
कृषि विभाग ने खरीफ सीजन में गुणवत्तायुक्त बीज व उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने चलाया अभियान, अनियमितता पर सख्त कार्रवाई

खरीफ 2025 की तैयारी को लेकर दुर्ग जिले में कृषि विभाग द्वारा उर्वरक और बीज की गुणवत्ता की जांच के लिए व्यापक स्तर पर औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान कई प्रतिष्ठानों में नियम उल्लंघन सामने आया, जिन पर विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए जब्ती और नोटिस जारी किए।
दुर्ग। खरीफ सीजन 2025 के लिए किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज व उर्वरक की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कृषि विभाग ने दुर्ग जिले में उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण अभियान चलाया। 11 जुलाई को जिले के दुर्ग, पाटन और धमधा विकासखंडों के कुल 20 विक्रय प्रतिष्ठानों की गहन जांच की गई।
निरीक्षण के दौरान दस्तावेज़ों की जांच, POS मशीन से स्टॉक का मिलान, अनुज्ञप्तियों का सत्यापन किया गया। नियमों के उल्लंघन पर दुर्ग के ओम कृषि केन्द्र (अंजोरा), सिन्हा ट्रेडर्स (अंजोरा), चंद्राकर ट्रेडर्स (मचांदुर) और धमधा के बुरहानी एग्रो इंडस्ट्रीज (खपरी) में जब्ती की कार्रवाई की गई। इसके अतिरिक्त, नियम उल्लंघन के लिए 9 प्रतिष्ठानों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में संतोषजनक जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी क्रम में खरीफ सीजन हेतु बीज वितरण की जानकारी देते हुए कृषि विभाग ने बताया कि किसानों के लिए 27,768 क्विंटल बीज की मांग बीज निगम को भेजी गई थी, जिसके विरुद्ध 29,489 क्विंटल बीज सहकारी समितियों में भंडारित किया गया। अब तक 28,604 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किया जा चुका है, तथा 603 क्विंटल बीज अभी भी उपलब्ध हैं।
कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे सहकारी समितियों में शेष बचे बीजों का समय रहते उठाव करें। विभाग ने स्पष्ट किया कि उर्वरक, बीज और कीटनाशकों की गुणवत्ता पर समझौता नहीं किया जाएगा, और निरीक्षणों का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।