जेल से चल रहा था वसूली रैकेट, सुपेला पुलिस ने मास्टरमाइंड रवि विठ्ठल को दबोचा
धमकी देकर परिजनों से वसूले 7.95 लाख रुपये और सोने की चेन, तीन आरोपी पहले ही जा चुके हैं जेल
भिलाई। सुपेला थाना पुलिस ने जेल के भीतर से अवैध वसूली और धमकी का नेटवर्क संचालित कर रहे मुख्य आरोपी रवि विठ्ठल को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। आरोपी हत्या के मामले में सात वर्षों से सजा काट रहा था, लेकिन उसने जेल में रहते हुए अपने साथियों के माध्यम से विचाराधीन बंदी के परिजनों से लाखों रुपये वसूल लिए।
पुलिस ने बताया कि दिनांक 04 अक्टूबर 2024 को प्रार्थी ने लिखित आवेदन प्रस्तुत कर शिकायत की थी कि उसका भाई थाना छावनी क्षेत्र के एक प्रकरण में विचाराधीन बंदी है और जेल में बंद अपराधी रवि विठ्ठल व उसके सहयोगी विशाल सोनी उर्फ उड़िया, परबदीप सिंह उर्फ मन्नू और गुरमीत कौर द्वारा उसे जान से मारने की धमकी देकर परिजनों से रुपये मांगे जा रहे हैं।
पुलिस जांच में सामने आया कि रवि विठ्ठल ने मोबाइल फोन के जरिये कान्फ्रेंस कॉल पर धमकाते हुए पीड़ित से नकद और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से ₹7,95,000/- की अवैध वसूली की। इसके अलावा 22,800 रुपये मूल्य के सोने की चेन व लॉकेट भी विशाल सोनी को भेंट स्वरूप मंगवाया गया।
ऐसे हुई ठगी की रकम की वसूली
- नकद ₹5,00,000/- – दुर्ग न्यायालय परिसर में
- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन – ₹2,95,000/-
- सोने की चेन व लॉकेट – ₹22,800/-
- कुल अवैध वसूली: ₹8 लाख से अधिक
पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं तीन आरोपी
इस मामले में पुलिस ने पहले ही विशाल उड़िया, परबदीप मन्नू और गुरमीत कौर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था। अब प्रमुख सूत्रधार रवि विठ्ठल को दिनांक 21 जुलाई 2025 को प्रोडक्शन वारंट पर राजनांदगांव जेल से लाकर पूछताछ की गई। आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे न्यायालय में प्रस्तुत कर पुनः जेल भेजा गया।
कार्यवाही में इन अधिकारियों की रही भूमिका
इस संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार यादव, उपनिरीक्षक मनीष वाजपेयी, सहायक उपनिरीक्षक राजेश तिवारी और प्रधान आरक्षक अमर सिंह का विशेष योगदान रहा।
आरोपी रवि विठ्ठल सुभाष चौक सुपेला का निवासी है। जेल में रहते हुए भी मोबाइल फोन के माध्यम से धमकी देना गंभीर सुरक्षा चूक का संकेत है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की विस्तृत जांच कर रही है।