छत्तीसगढ़ बना ‘धान’ के साथ अब ‘धन’ का कटोरा

रायपुर, 6 मार्च। वर्ष 2023-24 के बजट भाषण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को ‘धान’ का कटोरा के साथ-साथ ‘धन’ का कटोरा होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बावजूद भी प्रदेश में धान के साथ धन की भी वृद्धि सभी के जेबों में हुई है।
भूपेश बघेल ने कृषि एवं किसान कल्याण के संदर्भ में कहा कि मुझे इस बात का संतोष है कि, “धान का कटोरा के रूप में प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ राज्य को हमने “धन का कटोरा” होने का गौरव दिलाया है। खरीफ 2017 में 12 लाख किसानों से उपार्जित 57 लाख मीट्रिक टन धान की तुलना में खरीफ 2022 में 23 लाख 42 हजार किसानों से 107 लाख मीट्रिक टन धान उपार्जित किया गया है। इस प्रकार विगत 04 वर्षों के दौरान धान विक्रय करने वाले किसानों की संख्या में 11 लाख 42 हजार की वृद्धि एवं उपार्जित धान की मात्रा में 50 लाख मीट्रिक टन की वृद्धि दर्ज की गयी है।