फर्जी सिम खरीद कर ठगी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, अंगूठे का उपयोग कर करते थे धोखाधड़ी

सिम पोर्ट कराने के बहाने अंगूठे का इंप्रेशन लेकर फर्जी सिम खरीदते थे आरोपी, फिर बेचते थे अन्य लोगों को; मामला टेलीकम्युनिकेशन एक्ट सहित कई धाराओं में दर्ज

दुर्ग जिले के जामुल थाना क्षेत्र में सिम पोर्ट कराने के बहाने फर्जी सिम कार्ड खरीदकर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रार्थी को गुमराह कर अंगूठे का निशान लेते थे और फिर सिम को अन्य व्यक्तियों को बेच देते थे। अब दोनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।

दुर्ग। दुर्ग जिले के जामुल थाना क्षेत्र में मोबाइल सिम कार्ड को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। सिम पोर्टिंग के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है। प्रार्थी आशीष चतुर्वेदी, निवासी कुरूद, ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जियो कंपनी के मोनेन्द्र कुमार यादव और एयरटेल कंपनी की सीता देवी यादव ने सिम पोर्ट कराने के बहाने उसे गुमराह कर, उसका थंब इंप्रेशन (अंगूठे का निशान) लिया और फर्जी तरीके से सिम कार्ड जारी कर अन्य व्यक्तियों को बेच दिए।

शिकायत की गंभीरता को देखते हुए थाना जामुल में अपराध क्रमांक 406/2025 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि और 42(2)(ई) टेलीकम्युनिकेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

पुलिस की सक्रियता से मोनेन्द्र कुमार यादव (40 वर्ष), निवासी कोहका भिलाई, और सीता देवी यादव (28 वर्ष), निवासी कुरूद, को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वे जियो और एयरटेल की पहचान लेकर फर्जी सिम जारी करते थे और उन्हें बेचकर आर्थिक लाभ कमाते थे। दोनों को 7 जून 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर केन्द्रीय जेल, दुर्ग भेज दिया गया है।

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश मिश्रा, उप निरीक्षक पुनीत राम सूर्यवंशी, सउनि महफूज खान, आरक्षक चेतमान गुरूंग, रत्नेश शुक्ला, जी. सामुएल, चन्द्रभान यादव, चंदन सिंह, रूप नारायण बाजपेयी और अतुल सिंह यादव का विशेष योगदान रहा।