भारतीय वायुसेना के लिए 4 अगस्त तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन......

अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए वायु सेना अग्निवीर बनने का सुनहरा मौका है। भारतीय वायु सेना में अग्निवीर वायु भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन करने का अंतिम समय 4 अगस्त 2024 तक निर्धारित किया गया है।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक इस भर्ती के लिए अविवाहित युवक और युवतियां ही आवेदन कर सकते हैं। भर्ती के लिए इच्छुक अभ्यर्थी का जन्म 3 जुलाई 2004 और 3 जनवरी 2008 के मध्य होना चाहिए। यानी की अभ्यर्थी को 20 साल से अधिक और 16 साल से कम उम्र का नहीं होना चाहिए।
जिला प्रशासन के मुताबिक जो अभ्यर्थी भर्ती के लिए ऑनलाइन पंजीयन करना चाहते हैं, वो भारतीय वायु सेना की वेबसाइट https://agnipathvayu.cdac.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। भर्ती से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए वायुसेना की वेबसाइट https://agnipathvayu.cdac.in या फिर जिले के जिला रोजगार और स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग से संपर्क किया जा सकता है।
शैक्षणिक योग्यता- अग्निवीर बनने के लिए जो शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की गई है। उसमें अभ्यर्थी को साइंस विषय (गणित समूह) के लिए इंटरमीडियेट 10+2/समकक्ष परीक्षा किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था या बोर्ड से गणित, भौतिकी, अंग्रेजी विषयों के साथ 50 प्रतिशत अंकों के साथ और अंग्रेजी में 50 प्रतिशत अंक के साथ पास होना चाहिए।
इसके साथ ही इंजीनियरिंग में 3 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से 50 प्रतिशित अंकों के साथ और अंग्रेजी में 50 प्रतिशत अंक (मैकेनिकल/इलेक्ट्रीकल/आटोमोबाइल/इंस्टूमेंटेशन टेक्नालॉजी/इंफोरमेशन टेक्नालॉजी) होना चाहिए। सांइस के अलावा अन्य विषय के अभ्यर्थियों को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या समकक्ष परीक्षा 50 प्रतिशत अंकों के साथ जिसमें अंग्रेजी विषय में 50 प्रतिशत अंक हो उत्तीर्ण होना चाहिए।
शारीरिक मापदंड- भर्ती के लिए अभ्यर्थी के शारीरिक मापदंड को भी निर्धारित किया गया है। इसके तहत वहीं अभ्यर्थी अग्निवीर के लिए आवेदन कर सकता है जो इन मापदंडों को पूरा कर रहा हो। इसमें पुरुष आवेदकों की न्यूनतम ऊंचाई 152.50 सेंटीमीटर और महिला आवेदकों की न्यूनतम ऊंचाई 152 सेंटीमीटर होना आवश्यक है। पुरुष आवेदकों के लिए सीना 77 सेंटीमीटर और फुलाने पर 82 सेंटीमीटर होना आवश्यक है। साथ ही श्रवण क्षमता 6 मीटर की दूरी की आवाज सुनने की क्षमता होना चाहिए।