भिलाई में जेपी सीमेंट के कर्मचारी ने लगाई फांसी:10 महीने से नहीं मिला था वेतन

भिलाई में जेपी सीमेंट के कर्मचारी ने लगाई फांसी:10 महीने से नहीं मिला था वेतन

भिलाई के जेपी सीमेंट फैक्ट्री के कर्मचारी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना पर पहुंची भिलाई नगर पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। इधर मृतक के चाचा ने फैक्ट्री प्रबंधन पर वेतन नहीं देने का गंभीर आरोप भी लगाया। इसके बाद छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा ने युवक को न्याय दिलाने फैक्ट्री के सामने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया।

जानकारी के मुताबिक, सेक्टर 5 भिलाई स्थित जेपी सीमेंट फैक्ट्री में सतना निवासी सत्यम सिंह काम करता था। उसकी नौकरी सतना की सीमेंट फैक्ट्री में हुई थी, लेकिन प्रबंधन ने उसे भिलाई भेज दिया। यहां काम करने के बावजूद कई महीनों से उसे वेतन नहीं दिया जा रहा था। सोमवार को उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

सत्यम सिंह की मौत की खबर मिलने पर भिलाई पहुंचे उसके चाचा ने बताया कि सतना में जब प्लांट खुला था, तो आसपास के लोगों की जमीन ली गई थी। फैक्ट्री प्रबंधन ने बदले में नौकरी दी थी। सत्यम को भी बाबूपुर, सतना में नौकरी मिली थी, वहां से भिलाई फैक्ट्री भेज दिया गया। यहां 10 महीने से वेतन नहीं मिला, जिससे वह बहुत परेशान था। आखिरकार तंग आकर उसने सुसाइड कर लिया।

50 लाख का मुआवजा और पक्की नौकरी की मांग

छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति प्रगतिशील सीमेंट श्रमिक संघ के सदस्यों ने मंगलवार को सीमेंट फैक्ट्री के मेन गेट के सामने प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उन्होंने सत्यम को श्रद्धांजलि देते हुए उसके आश्रित को पक्की नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। उनका कहना था कि वेतन नहीं देना भी मरने के लिए मजबूर करने जैसा है।