बिजली लूट के खिलाफ कांग्रेस का जनआंदोलन: दुर्ग में गरजे अरुण वोरा, कहा – बिजली सरप्लस राज्य में अंधेरे का राज क्यों?"

हाफ बिल योजना में कटौती से भड़की जनता, कांग्रेस ने लालटेन-चिमनी सौंप कर मुख्यमंत्री को घेरा; 53 लाख उपभोक्ताओं को राहत से वंचित करने का आरोप

छत्तीसगढ़ में बिजली बिल की बढ़ती मार ने आम जनता को झकझोर दिया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की “हाफ बिल योजना” को सीमित कर भाजपा सरकार ने जैसे बिजली की छूट पर ताला जड़ दिया हो। इसी के विरोध में दुर्ग सहित पूरे प्रदेश में कांग्रेस ने जनआंदोलन छेड़ दिया है। दुर्ग में कांग्रेस नेता अरुण वोरा के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन ने सरकार की ऊर्जा नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।

दुर्ग। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार द्वारा हाफ बिल योजना में की गई कटौती के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस नेताओं ने इसे जनता के साथ विश्वासघात बताते हुए पूरे प्रदेश में आंदोलन छेड़ने की घोषणा की।
7 अगस्त को जिला मुख्यालयों में हुए विरोध प्रदर्शन के तहत दुर्ग में कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री अरुण वोरा के नेतृत्व में जनआक्रोश फूटा। आंदोलन के दौरान भाजपा सरकार की बिजली नीतियों को "जनविरोधी" और "पूंजीपति हितैषी" करार दिया गया।

अरुण वोरा ने कहा:

“यह सिर्फ एक योजना में कटौती नहीं, बल्कि गरीब और श्रमिक वर्ग पर बिजली का करंट है। भाजपा सरकार दो साल में चार बार बिजली दरें बढ़ा चुकी है। छत्तीसगढ़ एक बिजली सरप्लस राज्य है, जहां से दूसरे राज्यों को बिजली दी जाती है — फिर जनता अंधेरे में क्यों है?”

उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय 400 यूनिट तक बिजली बिल में 50% की छूट थी, जो अब सिर्फ 100 यूनिट तक सीमित कर दी गई है। इससे करीब 53 लाख उपभोक्ता सीधे तौर पर प्रभावित होंगे।

 मुख्यमंत्री को दी गई 'लालटेन' और 'चिमनी': प्रतीकात्मक विरोध
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लालटेन और चिमनी प्रतीकात्मक रूप से भेंट की, जो "अंधेरे की ओर बढ़ते छत्तीसगढ़" का प्रतीक माना गया। हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शनकारियों ने बिजली कटौती, महंगी दरों और योजना में कटौती का विरोध किया।

पूर्व महापौर आर. एन. वर्मा ने सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा:

“400 यूनिट तक की राहत छीन लेना और उसे 100 यूनिट तक सीमित कर देना अलोकतांत्रिक और तानाशाही कदम है।”

इस जनआंदोलन में दुर्ग शहर कांग्रेस अध्यक्ष गया पटेल, ग्रामीण अध्यक्ष राकेश ठाकुर, पूर्व विधायक प्रतिभा चंद्राकर, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र साहू, पूर्व महापौर धीरज बकलीवाल, सहित NSUI, महिला कांग्रेस, सेवा दल और युवा कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और भाजपा सरकार को बिजली के मुद्दे पर घेरने का संकल्प दोहराया।