रोजगार दफ्तर में हंगामा, BJYM कार्यतकर्ताओं पर FIR:बड़े नेताओं को छोड़ जिलाध्यक्ष समेत 40 पर केस दर्ज, कहा- माथा देखकर टीका लगा रही पुलिस

रोजगार दफ्तर में हंगामा, BJYM कार्यतकर्ताओं पर FIR:बड़े नेताओं को छोड़ जिलाध्यक्ष समेत 40 पर केस दर्ज, कहा- माथा देखकर टीका लगा रही पुलिस

बिलासपुर में रोजगार दफ्तर का घेराव कर हंगामा मचाने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष समेत 40 कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। विरोध-प्रदर्शन के दौरान दफ्तर में घुस गए और अफसरों को गाली देने लगे। इस दौरान पुलिस के रोकने पर वर्दी फाड़ भी फाड़ दी, जिसके बाद जिला रोजगार अधिकारी ने मामले में शिकायत दर्ज करा दी।

भाजयुमो नेताओं ने पुलिस पर चेहरा और माथा देखकर टीका लगाने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक एक तरफ कांग्रेसी समर्थक शहर में खुलेआम ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। दूसरी तरफ युवाओं के हित में प्रदर्शन करने पर टारगेट बनाकर कार्रवाई की जा रही है।

जिला रोजगार अधिकारी अमरचंद पहारे पिता(54) ने अपनी शिकायत में बताया कि बीते 2 मई को वे ऑफिस में स्टाफ के साथ काम कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब 4 बजे भाजपा के निखिल केशरवानी, उपकार चंद्राकर, संस्कार सोनी, धनंजय गोस्वामी और उनके साथ 30-40 भाजपा कार्यकर्ता अनाधिकृत रूप से रोजगार ऑफिस में घुस गए। फिर जमकर नारेबाजी करते हुए गाली देने लगे। उन्हें मना किया गया फिर भी नहीं माने और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाया। उनकी शिकायत पर पुलिस ने धारा 294, 451, 147, 149, 186 के तहत केस दर्ज किया है।

एफआईआर में BJP के बड़े नेताओं का नाम नहीं
भाजपा संगठन के आह्वान पर आयोजित इस विरोध-प्रदर्शन और तालेबंदी में बिल्हा विधायक और पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी, भाजपा जिला संगठन प्रभारी मोतीलाल साहू, सहप्रभारी इन्द्रजीत सिंह गोल्डी, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय, भाजपा जिला उपाध्यक्ष किशोर राय, भाजपा जिला महामंत्री घनश्याम कौशिक शामिल थे, जिनकी मौजूदगी में बिलासपुर-कोनी मार्ग में चक्काजाम कर हंगामा मचाया गया। लेकिन, पुलिस इस केस में उन्हें आरोपी नहीं बनाई है, जिसे लेकर भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी भी घबराए हुए हैं। जबकि, जब कार्यालय का घेराव हुआ और युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं को पुलिस पकड़कर थाने ले गई, तब पूर्व नेता प्रतिपक्ष कोनी थाने भी गए