70 सीटों में से 23 फीसदी संवेदनशील:प्रत्याशियों पर आपराधिक केस के कारण 16 सीटें संवेदनशील घोषित

छत्तीसगढ़ में आमतौर पर नक्सल प्रभावित मतदान केद्रों को संवेदनशील घोषित किया जाता है, या फिर उन सीटों को जहां फसाद या हुड़दंग की आशंका रहती है। लेकिन इस बार नया मापदंड है। दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान होना है। इसमें से 16 विधानसभा सीटों को इसलिए संवेदनशील घोषित किया गया है, क्योंकि हर सीट पर तीन या ज्यादा उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। इसकी घोषणा खुद उम्मीदवारों ने अपने शपथ-पत्र में की है।
चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि सभी उम्मीदवारों और पार्टियों को अपने ऊपर चल रहे आपराधिक मामलों की जानकारी देनी है। ये मामले या तो चल रहे हैं, या फिर दोषसिद्ध किए गए हैं। दूसरे चरण की 23% विधानसभा सीटों को इसी आधार पर संवेदनशील घोषित किया गया है। सबसे ज्यादा कोरबा विधानसभा में आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार चुनाव मैंदान में हैं।
यहां कुल 19 में से छह प्रत्याशियों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले चलने की घोषणा की है। निर्दलीय उम्मीदवारों पर भी मामले चल रहे हैं। इस तरह 16 विधानसभा क्षेत्रों में 58 प्रत्याशियों के ऊपर आपराधिक मामले चलने की जानकारी चुनाव आयोग को प्रस्तुत की गई है।
ऐसे प्रत्याशी हर पार्टी से
ऐसे उम्मीदवार हर दल से हैं। इनमें कांग्रेस, भाजपा, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी, छग समाज पार्टी, आप, सार्वजनिक हताय पार्टी, नेशनल यूथ पार्टी, जनता कांग्रेस और हमर राज पार्टी हैं। कोरबा में कांग्रेस, बलीराजा पार्टी, बसपा, गाना सुरक्षा पार्टी, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी, लोकजनशक्ति पार्टी के एक-एक प्रत्याशी पर केस है। लोरमी में कांग्रेस, आप, निर्दलीय, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों पर मुकदमे चल रहे हैं।
यहां उम्मीदवारों पर केस : कोरबा में 6 उम्मीदवारों पर केस, लोरमी में 5, जैजैपुर, रायपुर ग्रामीण, महासमुंद, बेलतरा, पाटन में 4-4 तथा कटघोरा, अकलतरा, दुर्ग शहर, धरसींवा, कसडोल, भाटपारा, मनेंद्रगढ़, जशपुर, बेमेतरा में 3-3 प्रत्याशियों पर मामले चल रहे हैं।