IPL में सट्टेबाजों से सेटिंग पर पुलिसकर्मियों में बखेड़ा........शराबी कॉन्स्टेबल का हंगामा, जमकर हुई हाथापाई...

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में क्राइम ब्रांच के पुराने और तारबाहर थाने में पदस्थ एक आरक्षक ने शराब के नशे में जमकर हंगामा मचाया। उसने हेड कॉन्स्टेबल और आरक्षक को धमकाते हुए गाली भी दी, जिसके बाद उनके बीच विवाद शुरू हो गया। इस दौरान उनके बीच जमकर हाथापाई भी हुई और एक-दूसरे के कपड़े तक फाड़ दिए। दरअसल, शराबी आरक्षक IPL क्रिकेट मैच में सट्टेबाजों से सेटिंग करना चाहता था, लेकिन बात नहीं बनी तो वह अपनी पहुंच का धौंस दिखाते हुए हेड कॉन्स्टेबल और आरक्षक को धमकी देते हुए गाली देने लगा। विवाद सामने आने के बाद SP रजनेश सिंह ने इन तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है।
दीपक उपाध्याय पहले एसपी संतोष सिंह के कार्यकाल में एंटी साइबर एंड क्राइम यूनिट (ACCU) में पदस्थ था। तब सट्टेबाजों से अवैध उगाही करने के आरोप में उसका ट्रांसफर बेलगहना चौकी कर दिया गया। इस साल IPL क्रिकेट मैच शुरू हुआ, तब उसकी पोस्टिंग बेलगहना चौकी से तारबाहर थाने किया गया। इस बार भी वह थाने में रहकर सट्टेबाजों को सेट करने की प्लानिंग में था। लेकिन, बात नहीं बनी। तब वो, गुरुवार को ACCU के हेड कॉन्स्टेबल और आरक्षक को फोन पर गाली देने लगा।
लिहाजा, वह गुरुवार की रात उसने ACCU के हेड कॉन्स्टेबल बलवीर सिंह और कॉन्स्टेबल सरफराज को पहले फोन कर धमकी देने लगा। फिर गाली देने लगा और उन्हें धौंस दिखाते हुए मिलने के लिए बुलाया. ACCU की टीम तब चाकूबाजों की तलाश में निकली थी। उन्होंने इस घटना की जानकारी पुलिस अफसरों को दी, जिस पर दीपक उपाध्याय को थाने ले जाकर उसका मेडिकल कराने कहा गया। इस दौरान दीपक उपाध्याय तारबाहर चौक के पास मिल गया। वहां पुलिस की टीम उसे मेडिकल कराने के लिए थाने लेकर जा रहे थे, जिन्हें वो मना कर दिया। इस पर ACCU की टीम में शामिल हेडकांस्टेबल बलवीर सिंह और सरफराज उसे थाने चलने और मेडिकल कराने के लिए कहने लगे।
इस पर उसने गाली देना शुरू कर दिया। जिसके बाद उनके बीच हाथापाई शुरू हो गई। आखिरकार, उसे थाने ले जाकर मेडिकल कराया गया, जिसमें उसके शराब के नशे में होने की पुष्टि की गई। आरक्षक दीपक उपाध्याय का आरोप है कि जब वो ACCU में था, तब टीम के ही पुलिसकर्मियों ने उसके खिलाफ अफसरों से चुगली कर दी थी, जिसके चलते बतौर सजा उसका तबादला शहर से दूर कर दिया गया था।
इस बात को लेकर वह रंजिश रखने लगा था, जिसके बाद से वह ACCU की टीम के सदस्यों पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाने लगा। गुरुवार की रात वह बिना शिकायत के चुगली कर ट्रांसफर कराने की बात को लेकर गाली देते हुए धमकी देने लगा। इस दौरान पुलिसकर्मी उसे समझाइश देते रहे। लेकिन, वो नहीं माना।
बताया जा रहा है कि IPL क्रिकेट मैच में शहर के सट्टेबाज सक्रिय हैं। सट्टेबाजों से सेटिंग को लेकर ACCU और थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों के बीच गुटबाजी चल रही है। तारबाहर थाने में पदस्थ आरक्षक दीपक उपाध्याय से हुए विवाद को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, इस मामले में दोनों पक्षों के पुलिसकर्मियों ने सट्टे के विवाद से इनकार किया है।
दरअसल, तारबाहर थाना प्रभारी अनिल अग्रवाल पहले बेलगहना चौकी में पदस्थ थे। तब आरक्षक दीपक उपाध्याय उनके चहेते और करीबी था। उनके तारबाहर थाना आने के बाद IPL क्रिकेट मैच शुरू होने के पहले ही उसने तारबाहर थाने में अपना जुगाड़ जमा लिया. बताते हैं कि वह यही से सट्टेबाजों को ऑपरेट करने की प्लानिंग में था। लेकिन, एसपी रजनेश सिंह की सख्ती के चलते बात नहीं। बता दें कि एसपी रजनेश सिंह ने जिले में जुआ-सट्टा पर प्रतिबंध लगाने का फरमान जारी किया है। साथ ही पुलिसकर्मियों को सट्टेबाजों से दूर रहने की हिदायत भी दी है। इसके बाद भी थानेदार व मातहत पुलिस अफसर उन्हें अंधेरे में रखकर सट्टेबाजों से वसूली कर रहे हैं। इस विवाद के बाद परदे के पीछे षडयंत्र कर वसूली कराने वाले अफसर भी बेनकाब हो गए हैं।
एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि गुरुवार की रात पुलिसकर्मियों के बीच आपस में विवाद होने की जानकारी मिली थी। इस दौरान एक आरक्षक नशे में मिला है। वहीं, दो पुलिसकर्मियों ने सार्वजनिक तौर पर उसके साथ हाथापाई कर दी। लिहाजा, तीनों को लाइन अटैच किया गया है। पुलिसकर्मियों की इस तरह की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।