एकता और सेवा की मिसाल : ब्रह्माकुमारीज के रक्तदान महाअभियान में हजारों लोगों ने दिया जीवनदान
भिलाई के राजयोग भवन में राष्ट्रीय रक्तदान महाअभियान, शाम तक 231 यूनिट रक्त संग्रहित, देशभर में 70 हजार यूनिट से अधिक

भिलाई। विश्व बंधुत्व दिवस पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा रविवार को राष्ट्रीय रक्तदान महाअभियान का आयोजन किया गया। भिलाई सेक्टर-7 स्थित राजयोग भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं, सुरक्षा बलों, पुलिस अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक रक्तदान कर मानवता की मिसाल प्रस्तुत की। आयोजन संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि को समर्पित रहा।
“यह तेरा लहू एक अमृत है, चलो करें हम महापुण्य करके रक्त का दान” – ऐसे उत्साहजनक गीतों के साथ रविवार को इस्पात नगरी भिलाई का राजयोग भवन एक विशेष अवसर का साक्षी बना। विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा राष्ट्रीय रक्तदान महाअभियान का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि की स्मृति में किया गया। दादी जी ने अपने जीवनकाल में पांचों महाद्वीपों में भारतीय संस्कृति और राजयोग का प्रकाश फैलाकर मानवता को नई दिशा दी थी।
दीप प्रज्वलन से हुई शुरुआत
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर सीएमओ डॉ. कौशल ठाकुर, डॉ. राजेंद्र, बीएसबीके अध्यक्ष मनीष गुप्ता तथा सेवाकेंद्रों की निदेशिकाएँ ब्रह्माकुमारी आशा दीदी और प्राची दीदी ने किया।
छात्र-युवा और सुरक्षा बलों की सहभागिता
इस अभियान में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, CISF, BSF, पुलिस अधिकारियों और ब्रह्माकुमारी बहनों-भाइयों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान किया।
गिनीज़ रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य
समाज सेवा प्रभाग (RE&RF) के राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत सम्पूर्ण भारत के 6000 से अधिक सेवाकेंद्रों पर एक लाख यूनिट रक्तदान करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने की तैयारी है।
अब तक 70 हजार यूनिट से अधिक
संस्था से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 70 हजार यूनिट से अधिक रक्तदान राष्ट्रीय स्तर पर एकत्रित हो चुका है। केवल भिलाई में ही समाचार लिखे जाने तक 231 यूनिट रक्त दान किया गया और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
रक्तदान के साथ संदेश भी
आयोजन में बताया गया कि सभी ब्रह्मावत्स शुद्ध सात्विक आहार और नशामुक्त जीवन जीते हैं, इसलिए उनका रक्त समाज को शुद्धता, सात्विकता और स्वास्थ्य का संदेश भी देता है। अतिथियों ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि – “विश्व की सबसे बड़ी नारी शक्ति द्वारा संचालित यह संगठन, एकता और आध्यात्मिक निस्वार्थ सेवा की शक्ति से असंभव को संभव कर रहा है।”
आशा दीदी का संदेश
ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने कहा – “यह रक्तदान केवल जीवन बचाने का प्रयास नहीं है, बल्कि समाज में बंधुत्व और निस्वार्थ सेवा की भावना को सशक्त करने का माध्यम है। वसुधैव कुटुंबकम् की भावना के साथ हम सबने इसे सफल बनाया है।” सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक चले इस महाअभियान में सभी आयु वर्ग के लोगों ने सक्रिय भागीदारी कर इसे एक यादगार अवसर बना दिया।