पानी की समस्या होगी खत्म:निगम 35 लाख रु. खर्च कर आईआईटी को देगा पानी; मार्च के आखिरी हफ्ते तक काम पूरा करने लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से आईआईटी का लोकार्पण किया जाना है। मई के अंतिम सप्ताह में पीएम मोदी भिलाई आ सकते है। निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। इन सब के बीच फिलहाल सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है। भिलाई निगम पानी देने के लिए तैयार है।

पानी की समस्या होगी खत्म:निगम 35 लाख रु. खर्च कर आईआईटी को देगा पानी; मार्च के आखिरी हफ्ते तक काम पूरा करने लक्ष्य

भिलाई। आईआईटी कुटेलाभाठा कैंपस में पानी की बड़ी समस्या है। यह समस्या अब जल्द ही पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने भिलाई खम्हरिया भाठा पानी टंकी से आईआईटी तक पानी देने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। खनिज न्यास मद (डीएमएफ) से 34.81 लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है।

ताकि जल्द से जल्द आईआईटी को पानी मिल सकें। इस समस्या के समाधान के लिए आईआईटी के डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश व रजिस्ट्रार कलेक्टर से मिले। बैठक में आईआईटी प्रबंधन ने कलेक्टर को अवगत कराया कि वे जल्द ही रायपुर से भिलाई कैम्पस में शिफ्ट होना चाहते हैं।

आईआईटी में फिनिशिंग का काम शेष, पीएम करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से आईआईटी का लोकार्पण किया जाना है। मई के अंतिम सप्ताह में पीएम मोदी भिलाई आ सकते है। निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। इन सब के बीच फिलहाल सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है। भिलाई निगम पानी देने के लिए तैयार है। इस विषय पर कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने कहा कि प्रस्ताव तैयार हो गया है। बजट की समस्या थी, लेकिन अब डीएमएफ का उपयोग करेंगे और जल्द से जल्द पानी की समस्या दूर कर दी जाएगी। इसके लिए उन्होंने पीएचई के अधिकारी को भी निर्देशित कर दिया है कि मार्च के अंत तक पानी देना है।

1500 मीटर तक बिछेगा पाइप
निगम प्रशासन और आईआईटी के इंजीनियरों ने मिलकर योजना बनाई है। खम्हरिया पानी टंकी से पाइप कनेक्शन लेकर आईआईटी तक 1500 मीटर पाइप लाइन बिछाएंगे और टंकी से फिल्टर युक्त शुद्ध पानी सप्लाई कर देंगे। योजना के तहत पहले जीआई पानी बिछाने की योजना था। इस वजह से करीब 90 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान था। लेकिन पीयूसी पाइप 200 एमएम का 6 किलोग्राम 7 मीटर लंबा पाइप बिछेगा।

पीएचई बिछाएगा नई पाइप
पीएचई के ईई एफसी बोरकर ने बताया कि कलेक्टर से निर्देश मिल गया है। जल्द ही स्वीकृति आदेश मिलते ही टेंडर जारी कर देंगे। वर्क आर्डर मिलने के बाद टंकी के वाल से पाइप कनेक्शन करना है और आईआईटी के संपवेल तक करीब 1500 मीटर पाइप बिछाना है। एक जेसीबी एक दिन में 300 मीटर भी खोदती है तो अधिकतम एक सप्ताह में पूरा काम हो जाएगा। जीआई पाइप लगाने से खर्च भी बढ़ता।

मार्च के अंत तक पहुंचा देंगे पानी

"आईआईअी प्रबंधन के साथ हमारी बैठक हुई है। हमने पूरा प्रोजेक्ट प्लान तैयार कर लिया है। डीएमएफ से स्वीकृति दी गई है। मार्च अंत तक पानी पहुंच जाएगा।"

-पुष्पेंद्र मीणा, कलेक्टर दुर्ग