बिना ठंड के गुजरेगा साल, नए साल से मौसम में बदलाव के साथ बारिश की संभावना

विक्षोभ के गुजरने के बाद भी राज्य में आने वाली हवा की दिशा में बदलाव नहीं हुआ. पूर्व की हवा नमी लेकर आती रही, जिसकी वजह से दिन के साथ रात का तापमान भी सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिक दर्ज किया जाता रहा है.

बिना ठंड के गुजरेगा साल, नए साल से मौसम में बदलाव के साथ बारिश की संभावना

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सामान्य से तीन डिग्री अधिक तापमान के साथ राज्य में दिसंबर बीत जाएगा. यहां ठंड की वापसी जनवरी के दूसरे सप्ताह में ही होने की संभावना बन रही है. विक्षोभ के असर से सोमवार एक जनवरी से राज्य में बूंदाबांदी का दौर शुरू होने की संभावना बन रही है. दस दिन पहले आए पश्चिम विक्षोभ के गुजरने के बाद दिल्ली सहित उत्तर भारत के राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ी मगर छत्तीसगढ़ इससे बेअसर रहा.

विक्षोभ के गुजरने के बाद भी राज्य में आने वाली हवा की दिशा में बदलाव नहीं हुआ. पूर्व की हवा नमी लेकर आती रही, जिसकी वजह से दिन के साथ रात का तापमान भी सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिक दर्ज किया जाता रहा है. तापमान ज्यादा होने की वजह से यहां ठंड का असर नहीं हुआ. अभी भी उत्तर पाकिस्तान के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जिसकी वजह से दो दिन से दिन में हल्के बाद छाए हुए हैं, मगर रात के तापमान में किसी तरह का बड़ा बदलाव नहीं हुआ है.

बिना ठंड के नया साल गुजरेगा
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा के मुताबिक अगले 24 घंटे में मौसम इसी तरह रहने और बिना ठंड के नया साल गुजरने का अनुमान है. इसके बाद एक जनवरी से मौसम में थोड़ा बदलाव आने की उम्मीद बन रही है. दो तरफा हवा के राज्य में प्रवेश करने और मध्य इलाके के ऊपर विंड शियर जोन बनने की वजह से यहां बारिश की उम्मीद बन रही है.

हल्की से मध्यम वर्षा का दौर सरगुजा संभाग से शुरू होकर मध्य होते हुए बस्तर जिले तक जाने की संभावना बन रही है. माना जा रहा है विक्षोम का प्रभाव जनवरी के पहले सप्ताह तक रहेगा. इसके बाद बादल छंटने और वहां की दिशा बदलकर उत्तर होने से कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना बन रही है. राज्य में ठंड का मौसम दिसंबर और जनवरी को माना जाता है, फरवरी से इसका असर कम होना शुरू हो जाता है.