बीईसी कंपनी में तीन दिन से वर्कर हड़ताल पर, परिवार वालों ने कहा जितना वेतन मिल रहा परिवार नहीं पल रहा उतने में

बीईसी कंपनी में तीन दिन से वर्कर हड़ताल पर, परिवार वालों ने कहा जितना वेतन मिल रहा परिवार नहीं पल रहा उतने में

भिलाई।  भिलाई में संचालित छत्तीसगढ़ के जाने में माने उद्योग भिलाई इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन (BEC) के वर्कर तीन दिन से हड़ताल पर हैं। कंपनी की दोनों यूनिट आउंड्री और हथखोज में प्रोडक्शन ठप हो गया है। मजदूरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है वो इसी तरह हड़ताल जारी रखेंगे। वहीं कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मुकुल जैन का कहना है कि वो बाकी कंपनी से बेहतर सुविधाएं और सेलरी दे रहे हैं। कर्मचारी नाजायज मांग कर रहे हैं।

बीईसी कंपनी में मोल्डिंग डिपार्टमेंट में काम करने वाले प्रदीप कुमार साहू ने बताया कि कंपनी में उन्हें काफी दिनों से प्रताड़ित किया जा रहा है। यहां हर एक चीज में पाबंदी लगा दी गई है। मोबाइल में पबंदी, 16-16 घंटे ड्यूटी कराई जाती है। उसमें एक घंटे जो आउट पास मिलता था उसे भी बंद कर दिया गया है। पानी पीने, पेशाब जाने से भी रोका जाता है। इतना काम लेने के बाद 12-13 हजार रुपए वेतन दिया जाता है। हम लोगों ने वेतन बढ़ाने की मांग की है तो सुनवाई नहीं हो रही है। मोल्डिंग डिपार्टमेंट के खिलावन राम साहू ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से वेतन विसंगति को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। जो सीनियर श्रमिक हैं उन्हें वेज बोर्ड के तहत लाया जाए। बाकी मजदूरों की सेलरी बढ़ाई जाए। कंपनी में बात करते तो कोई सुनवाई नहीं हो रहे हैं। इन्हीं मागों को लेकर कंपनी के लगभग 700 श्रमिक काम बंद करके हड़ताल पर हैं।

मजदूरों ने रखी अपनी मांगे

  1. कई सालों से वेतन वृद्धि नहीं की जा रही है।
  2. सभी डीपार्टमेंटल एवं कैजुयल मजदूरो का सामान्य रूप से वेतन वृद्धि किया जाये।
  3. कम से कम 5 हजार रुपए की वृद्धि की जाए।
  4. मजदूरों को बेवजह परेशान करके प्रताड़ित न किया जाए।
  5. मजदूरों द्वारा बनाई गई यूनियन को विधिवत मान्यता दी जाये।
  6. पुराने सीनियर मजदूरों को इंजी वेज बोर्ड में लिया जाये और उनको नियमत: अवकाश का लाभ दिया जाए।
  7. सेवानिवृत कर्मचारियों का उपदान राशि का भुगतान जल्द किया जाए। भिलाई इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन का का कार्यालय

200 मिलियन डॉलर से अधिक का है टर्न ओवर

भिलाई इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीईसी) का नाम भारत देश में बड़े व्यवसायों में शामिल है। इस निजी कंपनी को संचालित होते 50 साल से भी अधिक समय बीत चुका है। साल 2012 के अनुसार कंपनी का कुल कारोबार 200 मिलियन डॉलर से अधिक है, जो कि वर्तमान में और अधिक हो गया है। यह कंपनी कोक ओवन मशीनें, कोक कॉम्प्लेक्स, कोक ड्राई कूलिंग प्लांट, मेटलर्जिकल और मिल्स/कास्टर उपकरण, रोलिंग मिल्स, कैस्टर, ब्लास्ट फर्नेस, सिंटर प्लांट, स्टील कास्टिंग, फैब्रिकेटेड स्टील संरचनाएं, और स्टील, बिजली, खनन के लिए भारी उपकरण , अंतरिक्ष अनुसंधान, रेलवे, एल्यूमीनियम, सीमेंट, और अन्य क्षेत्र; और तकनीकी सहायता, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और प्रक्रिया स्वचालन, सिविल इंजीनियरिंग, निर्माण, कमीशनिंग और परिचालन सहायता की सेवा देती है।