संस्कार भारती दुर्ग जिला इकाई का श्री नटराज पूजन तथा गुरु पूर्णिमा उत्सव कृष्णा पब्लिक स्कूल में संपन्न

संस्कार भारती दुर्ग जिला इकाई का श्री नटराज पूजन तथा गुरु पूर्णिमा उत्सव 27 जुलाई शनिवार संध्या 7 बजे कृष्णा पब्लिक स्कूल नेहरू नगर भिलाई के नटराज सभागार में संपन्न हुआ मुख्य अतिथि श्री मदन मोहन त्रिपाठी, (महा प्रबंधक कृष्णा पब्लिक स्कूल समूह )श्री रिखि क्षत्रिय प्रांत अध्यक्ष श्री कीर्ति व्यास जिला अध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्ज्वलन तथा श्री नटराज एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ पश्चात सामूहिक ध्येय गीत प्रस्तुत किया गया अतिथि तथा अध्यक्ष द्वय का परिचय दिया गया स्वागत भाषण कीर्ति जी व्यास ने दिया व कार्यक्रम की भूमिका बताई रिखि जी क्षत्रिय ने अपने उद्बोधन में गुरु की महत्ता बताते हुए कहा की गुरु को गुरु दक्षिणा के रूप में शिष्य सेधन वैभव नहीं चाहिए शिष्य के जीवन में गुरु का इतना महत्व पूर्ण स्थान हैं की शिष्य को जीवन में किसी भी समस्या तथा भव सागर से पार केवल गुरु ही कर सकते हैं गुरु शिष्य परंपरा अति आवश्यक हैं .
श्री मदन मोहन त्रिपाठी ने मुख्य आसंदी से श्रीराम, श्रीकृष्ण, चाणक्य, वर्तंतु के जीवन के प्रसंगो में गुरु शिष्य के आचार ,विचार ,व्यवहार पर उदाहरण देकर भारतीय कला व संस्कृति पर ज्ञान वर्धन किया तथा संस्कार भारती को शाला में आयोजन के लिए साधूवाद देते हुए कहा हमें तथा हमारे भवन को इतने सुंदर आयोजन का अवसर प्रदान किया सार गर्भित उद्बोधन के पश्चात मदन मोहन त्रिपाठी जी का सम्मान स्मृति चिन्ह के रूप में छोटा तंबुरा रिखि जी व व्यास जी द्वारा देकर किया गया व्यास जी द्वारा गुरु वंदना प्रस्तुत की पश्चात सभी कला गुरु श्री सतीश इंदुरकर (शास्त्रीय गायन )श्री मदन शर्मा (ढोलक वादक , गीतकार तथा लता मंगेशकर जी से छतीसागढी गीत गवांने वाले) श्री गोवर्धन सरपे, श्री प्रकाश उमरे, सुश्री शिप्रा भौमिक के शिष्य क्रमश: चैतन्य जोगलेकर एवं आकाश जयसवाल, देवलाल साहू, पूनम सरपे, अपूर्वा एवं स्वर्णिमा द्वारा अपने अपने गुरु का पैर धोकर, पोछकर कुमकुम लगाकर पद्धति से पूजन किया गया रिखि जी व व्यास जी द्वारा सभी कला गुरूओं का पुष्प,श्रीफल, शॉल ओढ़ाकर व सम्मानपत्र देकर गुरु पूजन विधि संपन्न की मुख्य अतिथि तथा सभी कला गुरुओं को एक एक पौधा भी भेंट किया गया.
पश्चात शिष्यों की प्रस्तुतियां प्रारंभ हुई प्रथम चैतन्य जोगलेकर ने राग जोग में छोटा ख्याल की मधुर प्रस्तुति दी , पूनम सरपे ने तबले तथा आकाश जयसवाल (खैरागढ़ )ने हार्मोनियम पर संगत की पश्चात पूनम सरपे ने एकल तबला वादन प्रस्तुत किया हार्मोनियम पर चैतन्य जोगलेकर एवं आकाश जयसवाल ने संगत की.
तीसरी प्रस्तुति में अपूर्वा व स्वर्णिमा ने कथक में सुंदर नृत्य किया
चतुर्थ प्रस्तुति में गुरु राजेश्वरी देवांगन की शिष्याओं अनुष्का ,याशी ,थुशिता ने भरतनाट्यम में सुंदर प्रस्तुति दी पंचम प्रस्तुति में गीत वितान समूह के 18 सदस्यों ने गायन और वादन वृंद के साथ मिथुन दास जी के नेतृत्व सु मधुर रविंद्र संगीत प्रस्तुत किया कार्यक्रम का सुंदर संचालन डॉ ज्योति धारकर ने किया कार्यक्रम में संस्कार भारती इकाई से आचार्य महेशचंद्र शर्मा, कार्तिक भोसले ,ज्योति शर्मा शशिकला नायडू, लालेश्वरी साहू , पुष्पलता नेताम , ज्योति गुप्ता, राजेश्वरी देवांगन, मोनिशा मल्होत्रा, मीरा तिवारी, सत्यवती शुक्ला, वंदना मिश्रा, पल्लवी त्रिवेदी, स्वाति पेंढारकर, देवयानी व्यास, विकास पांडे, राजेश धारकर, हेमंत जगम, संजय तनखीवाले, प्रशांत क्षीरसागर,योगेश उतखेडे, गिरीश सिंह राजपूत, अभिमान, अमृतांश , हेमंत सगदेव उपस्थित थे.