अषाढ़ में जेठ जैसी गर्मी... कई जगहों पर बारिश, आज से राहत की उम्मीद

अषाढ़ में जेठ जैसी गर्मी... कई जगहों पर बारिश, आज से राहत की उम्मीद

अषाढ़ में जेठ महीने की तरह गर्मी का कहर जारी है। लोगों को मानसून का इंतजार है। हालांकि मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर दिया है। आने वाले दिनों में मानसून के पहुंचने के साथ ही बारिश की संभावना भी है, लेकिन इन सबके बीच गुरुवार को भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिली। दिन के समय तेज धूप खिली रही। शाम के समय कई जगहों पर बारिश की खबर है। दुर्ग में बौछारें पड़ी, टाउनशिप क्षेत्र में सूखा पड़ा रहा। इस उतार-चढ़ाव की वजह से उमस बढ़ गई। लोगों को गर्मी से ज्यादा बेचैनी महसूस हुई।

मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ने छत्तीसगढ़ में दस्तक दे दी है। अगले 48 घंटों में इसका असर दुर्ग में भी देखने को मिलेगा। अनुमान है कि 23 जून की शाम तक मानसून पहुंच जाएगी। इसके बाद जिले में अच्छी बारिश होगी। हवा की रफ्तार कम होने की वजह से मानसून के पहुंचने में थोड़ी देरी हो रही है। पहले 23 जून तक मानसून पहुंचने की संभावना था, जो थोड़ा लेट से पहुंचेगा। गुरुवार को मौसम में बदलाव का असर देखने को मिला। दुर्ग के अलावा, अंडा, अंजोरा, धमधा, अहिवारा जैसे क्षेत्रों में बारिश हुई। इससे तापमान में गिरावट भी आई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे में जिले के सभी हिस्सों में बारिश की संभावना बनी हुई है।

5 दिन में 7 डिग्री तक गिरा पारा, और आएगी गिरावट जिले में तापमान में तेजी से उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग से मिली आंकड़ों की माने तो 5 दिन पहले जिले का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री तक पहुंच गया था। जो धीरे-धीरे अब नीचे आने लगा है। मात्र 5 दिन में पारा 7.6 डिग्री नीचे गिरा है। 22 जून को जिले का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री गिरा है। 21 मई को रात का तापमान 29.6 डिग्री था जो 22 जून को 25 डिग्री तक पहुंच गया है।

दो से 3 दिन में दुर्ग सहित सभी जिलों में पहुंचेगा मानसून दक्षिण पश्चिम मानसून तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी, गंगेटिक पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार तक मानसून पहुंच गया है। मानसून की उत्तरी सीमा रत्नागिरी, रायचूर, खम्मम, मलखानगिरी, परलाखमुंडी, हल्दिया, बोकारो, पटना, रक्सौल है। मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है। अनुकूल परिस्थिति में अगले 2 से 3 दिन में दक्षिण भारत के प्रायद्वीपीय भाग, से होते हुए छत्तीसगढ़ पहुंचने की संभावना है।